पिछड़े वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण, कमलनाथ सरकार का ऐतिहासिक फैसला : पटेल

भिण्ड, 15 सितम्बर। प्रदेश में पिछड़े वर्ग को 27 फीसदी एवं सामान्य वर्ग को 10 फीसदी आरक्षण देकर 15 माह की कमलनाथ सरकार ने ऐतिहासिक एवं साहसिक फैसला लिया था, जो काम पिछड़ा वर्ग का होने के बावजूद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह 15 साल में भी नहीं कर पाए वो कमलनाथ सरकार ने सिर्फ 15 माह में किया। पिछड़े दलितों को आजादी के बाद से आज तक जो भी लाभ मिला है वो सिर्फ कांग्रेस पार्टी ने दिया है। यह बात प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं प्रदेश पिछड़ा वर्ग के प्राभारी पवन पटेल ने भिण्ड जिला मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। श्री पटेल प्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रति आभार व्यक्त करने निकाली जा रही ओबीसी आभार यात्रा के दौरान भिण्ड प्रभास पर आए थे।
इस अवसर पर पटेल ने कहा कि शिवराज कहते है मैं किसान का बेटा हूं और आज कृषि क्षेत्र का क्या हाल है पूरा प्रदेश जानता है। 18 सालों से शिवराज सिंह कहते हैं मैं आप का मामा हूं आज महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहे हैं, मध्य प्रदेश नंबर एक पर है। 28 साल से शिवराज सिंह कहते रहे मैं ओबीसी का रक्षक हूं और आज तक ओबीसी जाति का आरक्षण नहीं हुआ, जब से हम लोग लगे हैं हमारी सरकार आई हम ने ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण लागू किया।
जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाह ने कहा कि कांग्रेस ही देश का वो दल हैं जिसने हर वर्ग को सम्मान दिया, कांग्रेस ने देश को आर्थिक रूप से विकसित किया और संवैधानिक संस्थाओं, उद्योगों, अस्पताल, स्कूल, विश्व विद्यालय का निर्माण किया लेकिन भाजपा रेल, सहित कई संस्थाओं को बेचकर खोखला कर रही हैं । इसलिए हम सब आगामी 17 सितंबर को असफल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। रामप्रकाश यादव ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से हम पूरे प्रदेश में जा-जा कर आम जनता से संवाद स्थापित कर भाजपा के चाल, चरित्र और चेहरे को उजागर करेंगे। कांग्रेस पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष सुभाष राठौर ने कहा कि भाजपा केवल पूंजीपतियों के लिए काम करती है, आम जनता, गरीब पिछड़ा किसान से सरकार का कोई सरोकार नहीं है। कार्यक्रम का संचालन नगर अध्यक्ष संजय भूता ने किया और आभार सहयोजक अरविंद सोनी ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश सचिव नवल राजपूत, पूर्व अध्यक्ष जयश्रीराम बघेल, वीरेंद्र यादव, विद्याराम शर्मा, कल्लू भारोली, राजवीर बघेल, अनिल भारद्वाज, ममता मिश्रा, राहुल कुशवाह, मनीष शिवहरे, अशोक गुप्ता, रामा पार्षद, तोमर, अमर सिंह कुशवाह, अंकित तोमर, सोनवीर यादव, प्रदीप प्रजापति आदि ने भी अपने विचार रखे।