कोरोना के नाम पर दंदरौआ सहित हनुमान मन्दिर में दर्शन करने से रोकना धार्मिक परंपराओं का अपमान : डॉ. भारद्वाज

क्या धार्मिक कार्यक्रमों से ही बढ़ता है कोरोना, राजनीतिक कार्यक्रम पर रोक क्यों नहीं

भिण्ड, 14 सितम्बर। जिला प्रशासन द्वारा जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम पर जाने वाले हजारों श्रृद्धालुओं को बुढ़वा मंगल के दिन डॉक्टर हनुमान के दर्शन करने से रोकने पर कांग्रेस के तेज तर्रार प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया है कि कोरोना वायरस के नाम पर जिले में सैकड़ों वर्ष पुरानी धार्मिक परम्पराओं को रोका जा रहा है, वहीं सत्ता पक्ष भाजपा द्वारा सैकड़ों, हजारों कार्यकर्ताओं को एकत्रित कर बैठकें की जा रही हैं।


उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि केन्द्रीय मंत्री द्वारा 10 हजार से भी अधिक भीड़ में आकर एक सामाजिक सम्मेलन में होने वाली भीड़ से क्या संक्रमण नहीं फैल सकता? उन्होंने सवाल किया, ‘भुजरिया सम्मेलन में पांच हजार कार्यकर्ताओं की जुटने वाली भीड़ क्या कोरोना प्रूफ थी। जिला प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में जिला मुख्यालय पर इस तरह के आयोजन जब उनकी छाती पर आकर किए जा रहे थे, तब प्रशासन की मौन स्वीकृति क्यों? अब जब हमारे हिन्दू धर्म के वार्षिक बुढ़वा मंगल पर भक्तों के दर्शन पर रोक लगाकर सरकार और प्रशासन का दोहरा चरित्र सामने क्यो आ रहा है। लगता है हम जैसे हजारों लाखों हिन्दू श्रृद्धालुओं और भक्तों को मूर्ख समझा जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. भारद्वाज ने कहा कि प्रशासन में यदि हिम्मत है तो ऐसे आयोजन कर्ताओं और शामिल होने वाले विधायक मंत्रियों पर कार्रवाई करके दिखाए, अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। भारद्वाज ने भिण्ड कलेक्टर को अब तक का सबसे कमजोर अधिकारी बताते हुए कहा कि मैंने सत्ता पक्ष के दवाब में निर्णय लेने वाला इतना पंगु अधिकारी कभी नहीं देखा।