पीड़ित ज्ञानसिंह बघेल को इंसाफ दिलाने के लिए बघेल समाज ने किया बैठक का आयोजन

रावतपुरा थाना प्रभारी क्रांति राजपूत समेत तीनों आरक्षकों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग
14 सितंबर को तहसील परिसर में लहार एसडीएम को सौपेंगे ज्ञापन

भिण्ड, 11 सितम्बर। लहार क्षेत्र के ग्राम महुआ में प्रेम बाबा महाराज परिसर में पाल बघेल समाज की अगुबाई में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें लहार विधानसभा क्षेत्र के पाल बघेल समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। बैठक में पीडि़त ज्ञानसिंह बघेल के परिजनों ने समाज के बीच बताया कि रावतपुरा थाना प्रभारी कांति राजपूत के कहने पर रावतपुरा थाने में पदस्थ आरक्षक महेद्र प्रजापति, आलोक राठौर, गौरव पालिवाल को चिरावली गांव भेजा गया, जहां रामजीलाल दुबे एवं उनके लड़को पुलिस के साथ मिलकर मारपीट की। जिसके बाद थाना परिसर के अंदर सीसीटीवी कैमरे बंद करके ज्ञान सिंह बघेल को अर्धनग्न कर करके बुरी तरह पीटा गया। ज्ञानसिंह बघेल की पत्नी रामजानकी बघेल इंसाफ के लिए गिड़गिड़ाती रही लेकिन किसी ने नहीं सुनी, जिससे समूचे बघेल समाज में रोष व्याप्त है। जिसको लेकर बघेल समाज के लोगों ने बैठक कर सामूहिक रूप से प्रस्ताव पारित कर 14 सितंबर दिन मंगलवार को सुबह 11 बजे लहार तहसील परिसर में लहार एसडीएम को बघेल समाज द्वारा ज्ञापन सौपा जाएगा।
ज्ञापन में रावतपुरा थाना प्रभारी कांति राजपूत समेत तीनों आरक्षक पर एफआईआर दर्ज करने एवं पीडि़त ज्ञान सिंह बघेल को आत्म सुरक्षा हेतु शस्त्र लाइसेंस की मांग की गई है। बैठक के बाद बघेल समाज के लोग पीडि़त परिवार के गांव चिरावली पहुंचे जहां हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया। जानकारी के अनुसार रावतपुरा थाना की इस घटना को लेकर समूचे मप्र में बघेल समाज के लोग ज्ञापन सौपेंगे। बैठक में मुख्य रूप से पूर्व सरपंच सुखदीन बघेल, पूर्व सरपंच जगमोहन सिंह बघेल चांदा, बघेल समाज के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजाभैया पाल, सरपंच चंद्र शेखर बघेल सोसरा, जनपद सदस्य नारायण दास बघेल, पत्रकार निहाल सिंह बघेल मानगढ़, बघेल समाज के युवा विधानसभा अध्यक्ष संजीव बघेल लहार, युवा जिला अध्यक्ष हरिओम बघेल, मलखान बघेल बीसनपुरा, दलबीर बघेल मोनू बघेल, सतेन्द्र बघेल, लक्ष्मण बघेल, ललित, सोनू बघेल, तेज सिंह, ब्रजेन्द्र बघेल, बूचे बघेल महुआ, अबलाख बघेल, जितेन्द्र बघेल, राघवेन्द्र बघेल, रवि बघेल, धर्मेन्द्र बघेल, रामपाल बघेल, लखन बघेल, मुकेश बघेल आदि समाज के लोग मौजूद रहे।