भागवत कथा सुनने से व्यक्ति भवसागर पार हो जाता है : प्रिंयका

29 कुण्डीय श्रीराधा-कृष्ण महायज्ञ में श्रीमद् भागवत कथा का चौथा दिन

भिण्ड, 21 मई। दबोह कस्बे के समीप ग्राम धौरका में 29 कुण्डीय श्रीराधा-कृष्ण महायज्ञ, सर्वजातिय सामूहिक कन्या विवाह महायज्ञ, श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ एवं संत प्रवचन यज्ञ में कथा के चौथे दिवस श्रीजी प्रियंका शास्त्री ने भागवत महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए ध्रुव चरित्र, भक्त प्रहलाद चरित्र और नरसिंह अवतार प्रसंग पर कथा सुनाई।
उन्होंने कहा कि हिरणाकश्यप सबको आदेश दे रहा है कि भक्त प्रहलाद को खत्म करो, भस्म करो, लकडिय़ों के चारों तरफ जल्लाद खड़े कर दिए गए। इस दौरान जब आग का भयानक जलवा हुआ, तब भक्त प्रहलाद ने इतना ही कहा कि अच्छा भगवान, अच्छा मेरे राम तेरी मर्जी और भक्त प्रहलाद बच गए। नरसिंह अवतार में हिरण्य कश्यप को मार कर भक्त प्रहलाद को बचाया। भगवान की भक्ति में ही शक्ति है। उन्होंने कहा कि सभी अपने बच्चों को संस्कार अवश्य दें, जिससे वह बुढ़ापे में अपने माता पिता की सेवा कर सकें, गौ सेवा, साधु की सेवा कर सकें, कथा सुनने से मानव जीवन में संस्कार का उदय होता है। जीवन में कितनी भी विकट परिस्थिति क्यों न आ जाए मुनष्य को अपना धर्म व संस्कार नहीं छोडऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसकी भगवान के चरणों में प्रगाढ़ प्रीति है, वही जीवन धन्य है। ईश्वर ने विभिन्न लीलाओं के माध्यम से जो आदर्श प्रस्तुत किया, उसे हर व्यक्ति को ग्रहण करना चाहिए।
इस दौरान यज्ञाचार्य शिवम शास्त्री श्रीधाम वृंदावन, यज्ञ परीक्षत बब्बूराजा गुर्जर गोटिया, कथा परीक्षत सुनीता अनुरुद्ध सिंह गुर्जर बड़ेलला एवं क्षेत्रवासी मौजूद रहे। यज्ञ प्रबंधक चंद्रशेखर कुशवाहा भगतजी ने समस्त क्षेत्र वासियों से कथा श्रवण एवं अन्य कार्यक्रमों में मौजूद रहकर सहभागिता करने का आह्वान किया है।