प्रधानमंत्री द्वारा विद्यार्थियों के साथ अपनी अनूठी आकर्षक शैली में परीक्षा पर चर्चा संस्करण कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 27 जनवरी। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे परीक्षा पर चर्चा संस्करण कार्यक्रम अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विद्यार्थियों के साथ अपनी अनूठी आकर्षक शैली में परीक्षा के तनाव और संबंधित क्षेत्रों से छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक भिण्ड में वर्चुअल माध्यम से देखा एवं सुना गया। इस दौरान सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया, सांसद श्रीमती संध्या राय, विधायक भिण्ड संजीव सिंह कुशवाह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कामना सिंह भदौरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नरवरिया, जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर सहित अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने विभिन्न विद्यालयों से आए छात्र-छात्राओं से संवाद कर कहा कि ‘परीक्षा पर चर्चा’ की अपनी अनूठी पहल के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आने वाली पीढिय़ों के लिए एक विरासत स्थापित की है। उनके कुशल मार्गदर्शन, दूरदृष्टि और मजबूत नेतृत्व में भारत रिफार्म, परफार्म एण्ड ट्रांसफार्म के मंत्र पर आधारित अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे विद्यार्थी इस अवसर का भरपूर लाभ उठाएंगे और इस आयोजन के बाद हमारे सभी विद्यार्थी अब परीक्षाओं से नहीं डरेंगे, बल्कि अपने समृद्ध भविष्य के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। इस अंश के माध्यम से मैं अपने प्रिय विद्यार्थियों को उनकी आगामी परीक्षाओं के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

सांसद श्रीमती संध्या राय ने कहा कि परीक्षाएं हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं और एक छात्र से बेहतर इसके महत्व को कोई भी नहीं समझ सकता है। एक छात्र के ज्ञान के स्तर को मापने के लिए परीक्षा अनिवार्य है। मूल्यांकन के साधन के रूप में परीक्षाएं छात्रों के जीवन में सीखने का एक महत्वपूर्ण घटक बन जाती हैं। विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने कहा कि परीक्षा को उत्सव की तरह लिया जाना चाहिए। मन को स्थिर रखते हुए परीक्षा देने पर परिणाम हमेशा अच्छे होते हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति में विशेष प्रतिभा और विशिष्टता होती है, उसकी आत्म अनुभूति आत्म-विश्वास के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बाहरी बातों पर अमल करने से पहले अपने भीतर के गुणों को पहचान कर वह करिए जो वर्तमान की जरूरत हो।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कामना सिंह भदौरिया ने कहा कि प्रतिस्पर्धा जिंदगी को आगे बढ़ाने की सबसे बड़ी सौगात है। वर्तमान पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि उसे कड़ी प्रतिस्पर्धा के साथ ही अनेक अवसर भी मिल रहे हैं। जरूरत अवसर को व्यर्थ नहीं जाने देने के भाव की है, चुनौतियों को ललकारने की है। उन्होंने कहा कि जीवन में वर्तमान की आवश्यकताओं को पूरा करने वालों के सामने भविष्य का प्रश्न कभी नहीं खड़ा होता है।