शनि अमावस्या पर कुण्डेश्वर मन्दिर में हुआ 1100 हनुमान चालीसा का पाठ

भगवान शनिदेव की हुई महाआरती, बांके बिहारी के श्रृंगार से सजा राधा-कृष्ण

भिण्ड, 22 जनवरी। शनि अमावस्या पर कुण्डेश्वर महादेव मन्दिर उदासीन आश्रम भिण्ड में भव्य धार्मिक आयोजन किया गया। जिसमें सुबह 10 बजे न्याय के देवता शनि देव को 21 किलो तेल से अभिषेक किया गया। तदोपरांत सहस्त्रनाम से हवन किया गया। शाम को छह बजे 1100 दीपों से महा गंगा आरती की गई। उसके बाद 1100 हनुमान चालीसा का पाठ कर श्रृद्धालुओं द्वारा संगीतमय सुंदरकाण्ड का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। सुबह 11 बजे से रात्रि 10 बजे तक संत भण्डारा व भोजन चलता रहा।
मन्दिर के पुजारी श्री विजय महाराज जी ने बताया कि शनि अमावस्या होने के कारण शनिदेव पर विशेष आयोजन किए गए, जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया। हमारे राम दरबार की झांकी को विशेष कर सजाया गया, जो कि इनका श्रृंगार बांके बिहारीजी मन्दिर से आया था। जिससे उनकी मनमोहक छवि लग रही है। सभी कार्यक्रम पं. शंभूशरण शास्त्री, पं.प्रदुमन शास्त्री (नारायण) द्वारा संपन्न कराए गए। कार्यक्रम में मन्दिर प्रबंधन व समस्त भक्तगण उपस्थित रहे।

गंगा आरती रही आकर्षण का केन्द्र

शनि अमास्या पर शाम छह बजे करीब तीन हजार भक्तों की उपस्थिति में मन्दिर परिसर में गंगा आरती का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें पं. प्रदुमन शास्त्री ने गंगा आरती की विशेष प्रस्तुति की। इसमें 1100 दीप प्रज्वलित कर सभी से एक साथ आरती कर शंख, चक्र, घण्टा, डमरु आदि के साथ आयोजन किया गया। जो विशेषकर सराहनीय व आत्मीय विभोर करने वाला रहा।