जस्टिस फॉर भिण्ड कैम्पेन को मिल रहा है व्यापक समर्थन

सभी वर्ग के लोग जुड़ रहे हैं कैंपेन से

भिण्ड, 18 जनवरी। समाजसेवियों द्वारा जस्टिस फॉर भिण्ड नाम से एक कैंपेन शुरू किया गया है। जो लगातार छात्रों, अध्यापकों, अभिभाषकों, चिकित्सकगण व आम नागरिकों को जागरुक कर जोड़ते हुए आगे बढ़ रहा है। जिसके अंतर्गत विभिन्न मांगों-मेडिकल कॉलेज, नगर निगम, भिण्ड से दिल्ली, भोपाल को जाने वाली नई ट्रेनों का संचालन, ऊमरी को नगर परिषद बनाना, जिला अस्पताल भिण्ड में चिकित्सकों की संख्या बढ़ाना, अटेर रोड पर ट्रेन रूट पर ओवर ब्रिज का निर्माण, गौरी सरोवर को धार्मिक कॉरिडोर बनाकर विकसित करना, इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर कॉलेज का निर्माण, राजीव गांधी स्टेडियम ( एमजेएस ग्राउण्ड) को राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाना आदि मांगे हैं।
लोगों को जोडऩे के सिलसिले के अंतर्गत जस्टिस फॉर भिण्ड टीम के द्वारा विभिन्न कोचिंग सेंटर्स, लाइब्रेरीज आदि के छात्रों को मुहिम से जोड़ा जा रहा है। जुडऩे वाले छात्रों में बहुत से छात्र-छात्राओं द्वारा अपने विचार रखे जा रहे हैं। जिससे वास्तव में पता चल रहा है कि भिण्ड की दुर्दशा को लेकर छात्रों के अंदर बहुत कितना है। छात्रों का कहना है कि भिण्ड नाम के लिए तो जिला है, लेकिन जिलों जैसी कोई सुविधा नहीं है। भिण्ड विकास के किसी भी मानक पर खरा नहीं उतरता है, चाहे वो स्वास्थ्य हो, शिक्षा हो, रोजगार हो या आवागमन। हम सभी को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जस्टिस फॉर भिण्ड कैम्पेन का हिस्सा बनकर भिण्ड के विकास की लड़ाई लडऩी चाहिए, तभी कुछ बेहतर हो सकता है।
जस्टिस फॉर भिण्ड के सदस्य सतीश राजावत ने बताया कि कैम्पेन में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं का समर्थन मिल रहा है। हमारा लक्ष्य हजारों लोगों को मुहिम से जोडऩा है, क्योंकि जब तक संख्या बल नहीं होगा हमारी बात नहीं सुनी जाएगी। इसीलिए जीतने के लिए संख्या बल बहुत जरूरी है और हमें विश्वास है कि अन्याय के खिलाफ भिण्ड की जीत अवश्य होगी।