युवाओं के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं : महेन्द्र भाई

स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन

भिण्ड, 13 जनवरी। स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के उपलक्ष्य में गौशाला अनुसंधान विकास समिति द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया जाता है। इसी तारतम्य में सर्व सेवा समर्पित समिति ग्वालियर के सहयोग से श्री चन्द्रशेखर उमावि फूफ के प्रांगण में युवा वर्ग की चुनौतियों व समाधान विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें विषय प्रवर्तन प्राचार्य अरूण गुबरेले ने किया। शिक्षक नरेन्द्र कुमार अवस्थी ने स्वामी विवेकानंद के बाल्यकाल से लेकर शिकागो धर्म सम्मेलन तक की यात्रा एवं भारत में उनके प्रभाव के विषय में बताया।

समाजसेवी महेन्द्र भाई ने कहा कि युवाओं के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं। नशाखोरी, बैमनस्यता, मोबाइल फैशन आदि पर आज सबसे बड़ी समस्या यह है कि छोटी उम्र के लड़के-लड़कियां और युवा वर्ग मोबाइल का दुरुपयोग कर रहे हैं। जिनके हाथ में पुस्तकें होनी चाहिए, वे मोबाइल रखने की मनोदशा से पीडि़त हैं। जिस प्रकार हमने पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छ जीवनशैली पर ध्यान नहीं दिया और उसके दुष्परिणाम भुगत रहे हैं। उसी प्रकार मोबाइल रखने या उसकी स्वच्छंदता से मानसित पर्यावरण बिगड़ता जा रहा है। उससे बचने के लिए इस दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाए और सभी बच्चों व माता-पिता को भी संकल्प यात्रा से जुडऩा होगा। सामाजिक कार्यकर्ता विशंभर सिंह भदौरिया ने कहा कि बच्चों व युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरण लेने की आवश्यकता है। उन्होंने बचपन से ही अपने व्यवहार व बौद्धिक क्षमता से लोगों को आकर्षित कर लिया था। बाद में महान चिंतक व हिन्दू धर्म के प्रणेता बने और विश्व को बता दिया कि भारत अखिल विश्व में अनूठी आध्यात्मिक शक्ति है। आज बच्चे अपनी ऊर्जा मोबाइल के अनुचित प्रयोग से बचाएं, तभी बौद्धिक व नैतिक बल की शिक्षा मिलेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गायत्री मन्दिर फूफ के बयोवृद्ध ट्रस्टी विश्वनाथ शर्मा ने बच्चों को बौद्धिक, शारीरिक व आत्मिक विकास के लिए शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की व्यवहारिक समझ पर जोर दिया। बिना संस्कार के शिक्षा अधूरी है, शिक्षा के माध्यम से ही मोबाइल विकृति से बचा जा सकता है। उन्होंने आह्वान किया कि प्रतिवर्ष आज के दिन युवाओं के माता-पिता को भी आत्म मूल्यांकन करना चाहिए कि वे किस दिशा में जा रहे हैं। स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। आभार प्रदर्शन मेंटर जितेन्द्र सिंह भदौरिया ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राएं एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।