युवा स्वामी विवेकानंद के मार्ग पर चलकर राष्ट्र को बनाए सक्षम एवं सशक्त

भिण्ड, 13 जनवरी। मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड के आदेशानुसार ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के अवसर पर वेदांत इंटर नेशनल स्कूल भिण्ड तथा शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक भिण्ड में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
वेदांत इंटर नेशनल स्कूल भिण्ड में आयोजित शिविर में जिला न्यायाधीश/ सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड सुनील दण्डौतिया उपस्थित रहे। उन्होंने सभी युवाओं को भारतीय संस्कृति के प्रतीक स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से शिक्षा लेते हुए अपने व्यक्तिगत एवं सामाजिक व राष्ट्रीय जीवन को नई ऊंचाईयों तक ले जाने की प्रेरणा देते हुए बताया कि स्वामी विवेकानंद का जीवन सच्चाई तथा परिश्रम के साथ आगे बढ़कर समाज, राष्ट्र एवं विश्व की निस्वार्थ सेवा करने की भावना को प्रदर्शित करता है। वर्तमान समय में हमारे समाज को तथा विशेषकर युवाओं को स्वामी जी के जीवन से परिचित होना चाहिए तथा उनके द्वारा सुझाए मार्ग पर चलकर समाज के वंचित/ गरीब वर्गों के उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए, जिससे की भारत एक सशक्त एवं मजबूत राष्ट्र के रूप में विश्व के पटल पर उभरकर विश्व को मानवता व एकता का संदेश दे सकें। स्वामी विवेकानंद जी के जीवन को सजीव रूप में रखने हेतु एक झांकी निकाली गई। साथ ही बच्चों को बालकों का सरंक्षण अधिनियम 2012 तथा गुड-टच एण्ड बैड-टच के बारे जानकारी दी गई तथा महिलाओं का कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ (निवारण, प्रतितोष) निषेद्य अधिनियम 2013 के संबंध में भी जागरुक किया गया।
शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक भिण्ड में आयोजित कार्यक्रम में जिला विधिक सहायता अधिकारी भिण्ड सौरभ कुमार दुबे ने बच्चों को उनके मूल अधिकारों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि स्वामी विवेकानंद का जीवन हमे यह सीख देता है कि हम अपने व्यक्तिगत जीवन में अथक प्रयास करें, जिससे कि हम सफलता को प्राप्त कर अपने समाज व राष्ट्र की सेवा करें। बच्चों को संविधान के प्रति सच्ची श्रृद्धा रखने, वातावरण की रक्षा करना। सरकारी संपत्ति की सुरक्षा करना, तिरंगा व राष्ट्रगान का सम्मान करना, भाई-चारे की भावना रखना आदि मौलिक कर्तव्यों की जानकारी दी गई।