सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल की घोषणा रद्द करने की मांग को लेकर कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन

भिण्ड, 06 जनवरी। झारखण्ड राज्य के गिरिडीह जिले में स्थित जैन तीर्थ श्री सम्मेद शिखरजी को तत्कालीन राज्य सरकार और केन्द्र सरकार ने पर्यटन स्थल के रूप में घोषित करने का निर्णय लिया है। इसी निर्णय के विरोध में शहर जिला कांग्रेस ने शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम शर्मा के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर डॉ. राधेश्याम शर्मा ने कहा कि समूचे विश्व में जैन तीर्थ राज सम्मेद शिखरजी तीर्थ स्थल के संबंध में जैन धर्मावलंबियों की अपार श्रृद्धा है, देशभर के जैन समाज के साथ मप्र में भी झारखण्ड राज्य के इस पावन तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल बनाने के संबंध में लिए गए निर्णय का भारी विरोध हो रहा है, संपूर्ण जैन समाज द्वारा पूरे प्रदेश में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस संबंध में झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर जैन समाज की भावनाओं से अवगत कराने हुए मांग की है कि इस पवित्र जैन तीर्थ को पर्यटक स्थल घोषित नहीं किया जाए, मप्र की जनता और जैन समाज भी यही चाहता है, तीर्थराज सम्मेद शिखरजी की पवित्रता को यथावत रखा जाए।
ज्ञापन देने वालों में सर्राफा व्यापारी संघ के अध्यक्ष प्रमोद जैन डब्बू, नगर कांग्रेस के अध्यक्ष संतोष त्रिपाठी, सेवादल के जिलाध्यक्ष संदीप मिश्रा, शंकर जैन, पवन चौरसिया, गोविन्द राजावत, अजय जैन, दुष्यंत सिंघाई, मनोज जैन मामा, बृजेश जैन आदि कांग्रेसजन उपस्थित रहे।