अगर आप नकारात्मकता से दूर रहते हुए पूरे मन से प्रयास करेंगे तो सफलता मिलनी तय है : डॉ. अरविन्द सिंह

सहकारिता मंत्री डॉ. भदौरिया की मंशानुसार जिले में किया गया कैरियर काउंसिलिंग का आयोजन

भिण्ड, 30 अप्रैल। सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने भिण्ड जिले में छात्र-छात्राएं 10वीं और 12वीं करने के बाद वे कौन-सा कैरियर चुनें या फिर किस कोर्स में प्रवेश लें इस संबंध में विशेष प्रयास किए जाने की मंशा अनुसार भिण्ड जिले में शासकीय/ अशासकीय स्कूल एवं कालेजों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं के कैरियर को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन एवं सहयोगी जनों द्वारा कैरियर काउंसिलिंग का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार भिण्ड में किया गया। कैरियर काउंसलिंग में सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया, एलुमनी डॉ. रश्मि यादव वर्चुअल माध्यम से एवं सभागार से कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर, एलुमनी मनोज पचौरी फाइनेंस डायरेक्टर पुणे, डॉ. सोनवीर सिंह फिजिक्स प्रोफेसर एमजेएस सहित अन्य अधिकारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने कहा कि कक्षा नौवी से 12वीं तक के छात्रों को उनके करियर के लिए सही मार्गदर्शन मिले इसके लिए कैरियर काउंसलिंग की शुरुआत की है। यह अभिनव पहल किशोर-किशोरियों के लिए उनके बारे में उनके सभी संदेहों को दूर करने में मदद करने के लिए एक मार्गदर्शक शक्ति के रूप में कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि कक्षा नौवी से 12वी तक के बच्चे अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। इस समय के दौरान उन्हें केवल किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो उनका मार्गदर्शन कर सके, उनके सपनों को समझ सके और उन पर विश्वास कर सके। उन्हें हाथ पकडऩे की जरूरत है और उन पर दूसरों के सपने और सामान का बोझ नहीं होना चाहिए। हमने इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए कैरियर काउंसलिंग की पहल की गई है।


सहकारिता मंत्री डॉ. भदौरिया ने माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित 12वीं एवं 10वीं परीक्षा में प्रदेश एवं जिला स्तर पर मैरिट में जगह बनाने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दीं और बच्चों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि इंसान वैसा ही बनता जाता है जैसी वह सोच रखता है। यह कथन छोटे या बड़े हर व्यक्ति पर लागू होता है। आप जिंदगी में सफल तभी हो सकते हैं जब आप सफलता हासिल करने के प्रति अपनी सोच को सकारात्मक रखेंगे। अगर अपनी खामियां ढूंढ-ढूंढकर खुद को कमतर ही आंकते रहेंगे तो कभी सफलता की ओर कदम नहीं बढ़ा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि आप जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफल तभी हो सकते हैं जब आप अपनी काबिलियत का सौ प्रतिशत इस्तेमाल करें। अगर आप थोड़ी सी परेशानियों से घिरने पर खुद की क्षमताओं पर ही संदेह करने लगेंगे तो सफल होना मुश्किल है। हो सकता है कि एक बार प्रयास करने पर सफलता न मिले लेकिन अगर आप नकारात्मकता से दूर रहते हुए पूरे मन से प्रयास करेंगे तो सफलता मिलनी तय है। सकारात्मक सोच का संबंध सिर्फ आपके करियर से ही नहीं है, यह आपके परिवारिक और सामाजिक जीवन से भी जुड़ी है। नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति अपने आसपास एक ऐसा नकारात्मक माहौल बना लेते हैं। जो जीवन में आगे बढऩे वाले रास्तों को बंद कर देता है। कभी गौर करें कि जब आप जीवन के प्रति सकारात्मक बातें करते हैं तो बहुत से लोग आपकी ओर आकर्षित होते हैं वहीं अगर आप हर समय जीवन के नकारात्मक पहलुओं को ही कुरेदते रहते हैं तो हर कोई आपके साथ से बचना ही चाहता है। जीवन से जुड़ी अपेक्षाएं पूरी न होने पर निराशा स्वाभाविक है लेकिन अगर आप उस निराशा के अंधेरे में ही डूबे रहेंगे तो आशा की दूसरी किरणों को पहचान भी नहीं पाएंगे।
उन्होंने कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आना लाजमी है। लेकिन आपके असल व्यक्तित्व की पहचान आपके उस रवैये से है जो आप परेशानियों में घिरा होने पर अपनाते हैं। कुछ लोग जीवन के सकारात्मक पहलुओं को ढूंढ-ढूंढकर अपनी जिंदगी में उत्साह बरकरार रखते हैं और कुछ लोग नकारात्मकता से इस कदर घिर जाते हैं कि कोई गलत कदम उठाने से भी नहीं चूकते। अपनी जिंदगी का एक लक्ष्य बनाकर चलें तो दिमाग को भटकने से बचाया जा सकता है। आपकी काबिलियत इसमें है कि आप इन परिस्थितियों को खुद पर हावी न होने दें और खुद में सकारात्मकता का संचार करें।
कैरियर काउंसलिंग अंतर्गत मनोज पचौरी ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया कि जो विद्यार्थी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी कर चुके होते हैं अपने कैरियर को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं। इसके लिए कैरियर काउंसलिंग का आयोजन किया गया है। उन्होंने शिक्षा एवं कैरियर के संबंध में बच्चों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देकर उनका मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि आपकी राह में कठिनाई आएगी पर आप हिम्मत न हारें कोशिश करते रहें, निरंतर प्रयास करते रहें परिणाम के बारे में न सोचें। आप सब में जज्बा है आपके लिए संसाधनों की भी कोई कमी नहीं है। टीम बना कर पढ़ाई करें, 12वीं पर फोकस करिए कैरियर के रास्ते अपने आप खुल जाएंगे।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने कहा कि बच्चे परीक्षा को लेकर तनाव में न आएं और न ही वे हतोत्साहित हों। पढ़ाई के प्रति उनका पूरी तरह उत्साहवर्धन किया जाएगा समय-समय पर बच्चों की काउंसिलिंग कर अध्ययन की उचित सलाह दी जाएगी। उन्होंने बच्चों को समझाइश दी कि वे मेहनत से पढ़ाई करें, सफलता और असफलता की चिंता न करें, बल्कि आत्मविश्वास एवं एकाग्रता के साथ पढ़ाई पर ध्यान दें। इसके साथ ही कलेक्टर ने हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री परीक्षा में भिण्ड जिले के प्रदेश एवं जिले में टॉप आने वाले छात्र-छात्राओं को शील्ड प्रदान करते हुए बधाई दी।