भिण्ड, 21 अप्रैल। मालनपुर में बंद हुए दर्जनों कारखाने खुद मालिकों ने ही कबाडिय़ों के हाथों कटवा कर कारखानों का नामोनिशान तक मिटा दिया है। सोमवार को क्षेत्र में बंद पड़ी त्रिमूर्ति मेटल्स (बर्तन वाली कंपनी) में खुद मालिक ही खड़े होकर कारखाने से बहुमूल्य मशीनरी एवं कीमती सामान ट्रकों में लोड कर ले जा रहा था। स्थानीय मीडिया को इसकी भनक लगी तो तत्काल पुलिस को जानकारी दी। थाना प्रभारी विनोद सिंह कुशवाह ने फैक्ट्री मालिक को थाने बुलवाकर जरूरी दस्तावेज लेकर आने को कहा है।
वित्तीय संस्थाओं से लोन लिया, कारखाने लगाए, कमाया-खाया और चल दिए फिर बंद हुए कारखानों से करोड़ों की बहुमूल्य मशीनरी और सामान निकाल कर कबाडिय़ों के हाथों बेच देते हैं और थाने में चोरी की शिकायत कर देनदारियों से बच निकलते हैं और जिम्मेदार माल खा कर शांत बैठे रहते हैं।
कंपनी पर हो सकती हैं देनदारियां
आशंका जताई जा रही है कि कंपनी पर वित्तीय संस्थाओं, श्रम विभाग, वाणिज्य कर विभाग, उद्योग विभाग, विद्युत विभाग इत्यादि विभागों का बकाया हो सकता है।
इनका कहना है-
हमारा विद्युत बिजली बिल एवं वित्तीय संस्थाओं का बकाया नहीं है, हम इस फैक्ट्री में पुराना प्रोडक्ट बंद कर नया प्रोडक्ट लगाएंगे, इसलिए पुरानी मशीनों को हटाकर नई मशीनें स्थापित करेंगे।
प्रेम अग्रवाल, मालिक त्रिमूर्ति मेटल्स कंपनी, मालनपुर