बारिश के सीजन में बाढ़ आपदा से निपटने की तैयारियां
भिण्ड, 22 जून। शहर के गौरी सरोवर में बाढ़ आपदा के समय रेस्क्यू ऑपरेशन का डेमोस्ट्रेशन जिला सेनानी होमगार्ड टीम द्वारा किया गया। इसमें बाढ़ आपदा के समय टीम मौजूद है तो बोट द्वारा लोगों को कैसे बचाया जा सकता है, टीम के मौके पर ना होने की स्तिथि में सूचना मिलने पर क्या रिएक्शन होते हैं, साथ ही बोट ना होने पर या अन्य संसाधन के अभाव में सिर्फ रस्सी और लाइफ बॉय की मदद से डूब रहे व्यक्ति को बचाया जा सकता है, का रेस्क्यू कर डेमोस्ट्रेशन दिया गया। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर वरुण अवस्थी, एसडीएम भिण्ड उदय सिंह सिकरवार, प्लाटून कमाण्डेट एसडीईआरएफ पूजा परिहार, अन्य अधिकारी एवं होमगार्ड सैनिक उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने रेस्क्यू से जुड़े संसाधन भी देखे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से जान और माल का काफी नुकसान होता है। यदि समय रहते आपदाओं का समुचित प्रबंधन कर लिया जाए तो हानि को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मानव निर्मित आपदाओं के कारण भी ज्यादा नुकसान होता है। इसके लिए समुदाय को जागरूक कर प्रशिक्षित करना जरूरी है। बाढ़ जैसी आपदा आने पर स्थानीय तौर पर प्रबंधन करना जरूरी है, क्योंकि मुख्यालय से मदद पहुंचने में देर हो सकती है। इसके लिए स्थानीय तौर पर युवा वर्ग को वॉलेंटियर्स के रूप में तैयार कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
कलेक्टर ने कहा कि आपदाओं से निपटने के लिए प्रबंधन की आवश्यकता होती है। व्यक्तियों का कुशल प्रशिक्षित होना जरूरी है अन्यथा नुक्सान होने की ज्यादा संभावना होती है। उन्होंने प्रबंधन के दौरान रिस्क, रेडिनेस, रिस्पांस एवं रिकवरी के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के दौरान सावधानी रखना जरूरी है। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए खतरे का पहले से अंदाजा लगाएं। सेनानी होमगार्ड टीम से उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी सावधानियों से भली-भांति परिचित हो जाएं, यही सावधानियां रेस्क्यू के दौरान मदद करेंगी।