भिण्ड, 24 मार्च। गीता प्रेमियों के आग्रह पर तीसरी बार 17 बटालियन मन्दिर परिसर पर गीता स्वाध्याय का आयोजन किया गया। विश्व गीता प्रतिष्ठानम के जिला प्रभारी विष्णु कुमार शर्मा ने बताया कि हर रविवार को अलग-अलग स्थान पर गीता स्वाध्याय किया जाता है, लेकिन तीसरी बार फिर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम अमित शर्मा सोबी द्वारा कराया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ हनुमानजी एवं भगवान श्रीकृष्ण के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। गीता के मुख्य विद्वान रघुराज जी द्वारा गीता के 11 श्लोकों का अर्थ सहित वाचन किया गया।
रघुराज जी ने बताया कि स्थित प्रज्ञ पुरुष की आसक्त परमात्मा का साक्षात्कार करके निवृत हो जाती है। जिस काल में पुरुष मन में स्थित संपूर्ण कामनाओं को भली भांति त्याग देता है और आत्मा से आत्मा में संतुष्ट रहता है, उसी काल में वह स्थित प्रज्ञ कहा जाता है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार कछुआ चारों ओर से अपने अंगों को जैसे समेट लेता है, वैसे ही जब यह पुरुष इन्द्रियों के विषयों से इन्द्रियों को सब प्रकार से हटा लेता है, तब इसकी बुद्धि स्थिर है ऐसा जानना चाहिए। अंत में गीता की आरती और प्रसाद वितरण के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर वीके तिवारी, राजेन्द्र सिंह भदौरिया, उदयभान सिंह, शीतल सिंह, अमित चौधरी, कृष्णअवतार शर्मा, बलदेव शर्मा, दुर्गादत्त शर्मा, कुलदीप राजावत, मुलायम सिंह चौहान आदि उपस्थित रहे।