– कई पुल डूबे, बाढ जैसे हालात, प्रशासन हुआ अलर्ट
भिण्ड, 12 सितम्बर। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार रात से शुरू बारिश गुरुवार दोपहर तक बाढ का रूप धारण कर चुकी है। नगर के जल संसाधन आवासीय कॉलोनी, ऑफिसर कॉलोनी, बरथरा रोड, अर्जुन कॉलोनी, सदर बाजार, सती बाजार तालाब बन चुकी है। जनपद पंचायत गोहद की ग्राम पंचायत मदनपुरा के मजरा श्यामपुर में आधा दर्जन कच्चे मकान गिरने से किसानों पर आफत आ गई है। यहां ग्रामीणों को आंगनबाडी भवन में शिफ्ट किया जा रहा है। जिनके भोजन की व्यवस्था पंचायत कर रही है। ग्वालियर की ओर से आ रहा पानी बेसली नदी का जल स्तर बढा रहा है। जिस कारण से ग्राम पंचायत पिपरौली के मजरा बंजारे का पुरा, माता का पुरा, आलोरी पंचायत के मजरा जियाजीपुर, चंदूपुरा, चंदहारा, भगवासा, बगथरा, खडेर, कठवहाजी, सिसोनिया, गिरगांव, चितौरा में बाढ की संभावना बनी हुई है।
कनीपुरा, बिरखडी, ऐंचाया हाईस्कूलों के बाहर और सडक पर पानी अधिक होने से शिक्षक विद्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं। देहगांव सेवा सहकारी संस्था की गोदाम में रखा खाद गेहूं-शक्कर नमक के खराब होने की भी खबर है। गोहद मौ मार्ग पर चितोरा के आगे झांकरी के पास निवरोल के पास सडक से ऊपर होकर अपनी गुजर रहा है। गोहद शहर व सिरसोदा पंचायत के गंगादास का पुरा को जोडने वाला पुल अधिक बारिश से डूब गया है। भौनपुरा ले आसन नदी के पुल के ऊपर से पानी गुजर रहा है। मौ नगर में जल निकास की व्यवस्था के लिए इंजन लगाकर सडकों को तोडकर व्यवस्था बनाने में जुटे हैं। यहां झिलमिल नदी उफान पर है। आस-पास के गांव लोहरपुरा शंकरपुर मघन किटी रतवा में बाढ आने की संभावना है। यहां प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। जर्जर मकानों में ना रहने की सलाह दी जा रही है।
बुधवार शाम को भैंस चराने गए माधोसिंह बघेल उम्र 55 बेसली बांध के पास किसी टीले पर फंस गया, हालांकि प्रशासन ने उसे सूचना दे दी थी कि सुबह रेस्क्यू होगा, सुबह रेस्क्यू कर प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
अधिकारी बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बनाए हैं नजर
एसडीएम पराग जैन, थाना प्रभारी गोहद चौराहा बिजेन्द्र सेंगर, मौ संतोष यादव, नायब तहसीलदार विश्राम शाक्य, राकेश कुमार श्रीवास्तव नरेन्द्र सिकरवार, पटवारी अनुज शर्मा पंचायत और राजस्व अमला लगातार निगरानी बनाए हैं। एसडीएम पराग जैन ने कहा कि ग्वालियर की ओर से गोहद के कई ग्रामों में पानी तेजी से आ रहा है। वर्षा भी हो रही है, लगातार प्रशासन निगरानी कर रहा है, जल निकास कराया जा रहा है, कुछ ग्रामों में कच्चे मकान गिरने की सूचना है, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, पीडितों को पंचायत आंगनबाडी भवनों पर व्यवस्थित कर भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है।