संभाग आयुक्त ने कहा-नल-जल योजनाओं के रख-रखाव की पुख्ता व्यवस्था बनाएं

गूगल मीट के जरिए जल जीवन मिशन की समीक्षा

भिण्ड, 16 जून। जल जीवन मिशन के तहत शहर की तर्ज पर गाँवों में भी घर-घर नल से पेयजल उपलब्ध कराने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा गाँव-गाँव में नई नल-जल योजनायें मूर्त रूप दी जा रही हैं। साथ ही हर स्कूल व आंगनबाड़ी में भी नल से पानी पहुँचाने का इंतजाम हो रहा है। ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिला कलेक्टर विशेष दल गठित कर इन कामों की जांच कराएं, जिससे पूरी गुणवत्ता के साथ पेयजल संबंधी काम पूरे हो सकें। यह बात संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने गूगल मीट के जरिए हुई जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में ग्वालियर एवं चंबल संभाग के सभी जिला कलेक्टर से कही।
संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने कहा कि निर्माणाधीन ग्रामीण नल-जल योजनाओं का रख-रखाव तीन महीने तक लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा कराया जाएगा। इसके बाद यह जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों को निभानी है। इसलिये हर पंचायत में जल कर वसूली सहित जनभागीदारी योजना के समन्वय से नल-जल योजनाओं का संधारण कराने के लिये पुख्ता व्यवस्था बनाई जाए। श्री सक्सेना ने इस अवसर पर दोनों संभागों के सभी जिलों में हैण्डपम्पों के सतत संधारण पर भी विशेष बल दिया।
संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना ने गूगल मीट के जरिए हुई जल संसाधन विभाग की संभाग स्तरीय निगरानी समिति की बैठक में ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिला कलेक्टर्स से कहा कि पूर्व वर्षों के अनुभवों के आधार पर संभावित बाढ़ वाले क्षेत्रों में एहतियात बतौर सुरक्षा, बचाव व राहत के पुख्ता इंतजाम रहें। साथ ही ऐसे स्थान भी पहले से ही चिन्हित कर लें जहां लोगों को जरूरत पडऩे पर अस्थायी तौर पर विस्थापित किया जा सके। बैठक में संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने कहा कि संभावित बाढ़ प्रभावित गाँवों में गर्भवती माताओं की शिफ्टिंग पहले से ही कर लें। साथ ही हर गांव में जीवन रक्षक दवाओं का पर्याप्त भण्डारण रहे। उन्होंने ऐसे गांवों में शतप्रतिशत कोरोना टीकाकरण कराने पर भी विशेष बल दिया।
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बड़े जलाशयों के साथ-साथ विभिन्न विभागों के छोटे तालाबों को भी सूचीबद्ध करें और बरसात के दौरान उनकी निगरानी भी रखी जाए। साथ ही कहा कि बरसात के दौरान वॉट्सएप ग्रुप बनाकर जलाशयों की जानकारी लगातार साझा करते रहें। पुलिस महानिरीक्षक अविनाश शर्मा ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से कहा कि आपदा प्रबंधन में कम्युनिकेशन का विशेष महत्व है। इसलिए जलाशयों के जल स्तर के साथ-साथ पानी छोडऩे की सूचना पुलिस को भी समय से दी जाए।

कोरोना रोकने करें उपाय

संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना ने गूगल मीट में संभाग के सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिए कि वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिये राज्य शासन द्वारा दिए गए सभी दिशा-निर्देशों पर प्रभावी एंग से अमल करें। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार सेम्पल लेकर कोरोना की जांच की जाए। साथ ही किल कोरोना अभियान को प्रभावी ढंग से अंजाम दें। जिसके तहत घर दृ घर सर्वे का काम किया जाए और सर्दी, खांसी, जुकाम के मरीजों के सेम्पल लें। साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों को चिन्हित कर सभी की कोरोना जांच कराई जाए। इसी तरह सकरे बाजारों के दुकानदारों व वहां आने वाले ग्राहकों की सेम्पलिंग का काम भी विशेष प्राथमिकता से हो। श्री सक्सेना ने पुख्ता रणनीति के तहत कोरोना टीकाकरण अभियान चलाने और तीसरी लहर को ध्यान में रखकर सभी जिलों में अतिरिक्त आईसीयू वार्ड, पीडियाट्रिक वार्ड आदि की व्यवस्था भी जल्द से जल्द मुकम्मल करें। साथ ही विशेष रूप से पीडियाट्रिक चिकित्सकों को ट्रेनिंग भी दिलाई जाए।