भिण्ड, 21 सितम्बर। स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत जिला रोजगार सृजन केन्द्र भिण्ड द्वारा विश्व उद्यमिता दिवस के द्वितीय पखवाडे के निमित्त चल रहे कार्यक्रमों में दो कार्यक्रम स्वरूप विद्या निकेतन एवं द्वितीय आईटीआई कॉलेज भिण्ड में संपन्न हुए।
मुख्य वक्ता स्वदेशी जागरण मंच के सह संयोजक रिपुदमन भदौरिया ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपनी भविष्य की योजनाएं निर्धारित कर लेनी चाहिए, हमें स्वरोजगार आदि करने में कोई शर्म नहीं करनी चाहिए, मध्यम वर्गीय परिवारों का बच्चा अपनी पढाई के साथ साथ स्वरोजगार के द्वारा अपना खर्च स्वयं वहन करके परिवार की आर्थिक सहायत कर अपना स्वरोजगार कर सकता है। हम किसानों के बच्चे हैं, कृषि कार्यों में आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग करके भी एक अच्छा आमदनी का स्त्रोत बना सकते सकते हैं।
स्वदेशी जागरण मंच के जिला संपर्क प्रमुख सुरेश शर्मा एडवोकेट ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि दो तरह की शिक्षा होती है, यह सारवान और दूसरी संस्कारवान दोनों के द्वारा भी हम अपना विकास कर सकते हैं, हम खुद निश्चित करें कि हमें क्या करना है, हमें लक्ष्य निर्धारित करने से पहले मन में विचार करना चाहिए और फिर उसे विचार को आकार देना चाहिए। आकार के बाद साकार करने का प्रयास करना चाहिए, अगर हम इस प्रकार से तैयारी करते हैं तो हमारा लक्ष्य साकार हो जाता है और हम सफलता की ओर अग्रसर होते हैं। उन्होंने बताया कि हमें कठिनाइयों से नहीं डरना चाहिए, सफलता के मार्ग थोडा जटिल होते हैं पर बहुत ऊंचाई तक ले जाते हैं।
उद्यानकी विभाग के संचालक रामकिशोर तोमर ने कहा कि सरकार द्वारा समय-समय पर विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जाता है। जैसे खाद्य प्रसंस्करण, अनाज का प्रोसेसिंग, सब्जियों का फूलों का व्यवसाय, ऑर्गेनिक खाद, फलों का व्यवसाय, मसालों, आटा चक्की आदि का व्यवसाय, ऐसे बहुत सारे व्यवसायों आदि के बारे में उद्यानिकी विभाग तथा अन्य बहुत सारी योजनाओं द्वारा हम लाभ उठा सकते हैं। जिससे हम अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकें और ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रेरित कर सकें। साथ ही आर्थिक रूप से संपन्न होकर समाज की उन्नति में योगदान दे सकें और दूसरों पर निर्भरता कम हो सके। इस अवसर पर आईटीआई कॉलेज के प्राचार्य योगेश शर्मा, महेन्द्र सोनी, दीपक गुप्ता, अश्विनी भदौरिया सहित दो सैकडा से अधिक छात्र उपस्थित रहे।