पेड-पौधों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती : सीएफसी सुलिया

पर्यावरणीय संतुलन के लिए जरूरी है पौधारोपण : डीएफओ मांज
मुख्य वन संरक्षक वृत ग्वालियर ने उत्कृष्ट विद्यालय में पौधारोपण कर छात्रों को दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

भिण्ड, 03 अगस्त। मुख्य वन संरक्षक वृत्त ग्वालियर टीएस सुलिया ने भिण्ड दौरे के अवसर पर शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक परिसर का अवलोकन किया तथा पौधारोपण कर छात्र-छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि पेड-पौधे हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं, इनके बिना हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। पर्यावरण के संतुलन के लिए पौधारोपण करना जरूरी है। पेडों से हमें शुद्ध प्राणवायु (ऑक्सीजन) मिलती है, साथ ही कार्बन डाय ऑक्साइड सहित कई विषैली गैसों का अवशोषण कर प्रदूषण को कम करते है। पेड-पौधों से पक्षियों को भोजन और आवास सहित संरक्षण प्राप्त होता है। जहां हरे-भरे पौधे प्रचुर मात्रा में होते हैं, वहां का वातावरण मन को शांति प्रदान करने वाला और प्रदूषण मुक्त होता है। वहां का तापमान भी अन्य जगह से कुछ कम रहता है। इसलिए हम पेड-पौधे लगाएं और उनका संरक्षण अवश्य करें। उन्होंने स्वयं पांच पौधे- पारिजात, गुलमोहर, अर्जुन, कटहल और अशोक के अमृत वाटिका के पास लगाए और छात्रों को पौधे लगाने की पूरी विधि समझाई एवं कहा कि अगर आपने पूरे श्रम और निष्ठा के साथ उत्साह पूर्वक पौधारोपण किया है तो ये जरूर एक दिन वट वृक्ष बनकर हम सबका कल्याण करेगा।
इस दौरान वन मण्डलाधिकारी भिण्ड मोहम्मद मांज, एसडीओ फॉरेस्ट बहादुर सिंह गौर, रेंजर बसंत शर्मा, संजय तिवारी, प्राचार्य पीएस चौहान, आरबी शर्मा, रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ. धीरज सिंह गुर्जर, कृषि संकाय के शिक्षक यतीन्द्र कुमार शर्मा तथा छात्र-छात्राएं मौजूद थे। मुख्य वन संरक्षक, वन मण्डल अधिकारी एवं स्टाफ ने नक्षत्र वाटिका, उत्कृष्ट वाटिका, एनएसएस अमृत वाटिका एवं बालक छात्रावास और विद्यालय परिसर में हुए पौधारोपण का अवलोकन किया तथा विद्यालय द्वारा इस क्षेत्र में किए जा रहे विशेष प्रयासों की सराहना करते हुए शुभकामनाएं दीं।