भिण्ड, 01 अगस्त। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. शिवराम सिंह कुशवाह ने अवगत कराया कि प्रदेश भर में 18 जुलाई से 31 अगस्त तक सघन दस्तक अभियान चल रहा है। जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा घर-घर जाकर जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर बीमारियों के चिन्हांकन कर उपचार की प्रक्रिया चलाई जा रही है तथा पूर्व में उपचारित हुए बच्चों का फॉलोअप किया जा रहा है।
इसी क्रम में सोमवार को देवांश पुत्र जागेश शर्मा निवासी ग्राम जम्हौरा विकास खण्ड अटेर का आरबीएसके टीम बी द्वारा फॉलोअप लिया गया। गत वर्ष भी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम द्वारा 20 हजार रुपए लागत के शासकीय अनुदान स्वीकृत कर सफल सर्जरी रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्योरिटी (आरओपी) की नि:शुल्क सर्जरी ग्वालियर में रतन ज्योति नेत्रालय में संपन्न कराई गई। आरबीएसके दल द्वारा बालक के माता-पिता से बच्चें की स्थिति पूछी गई एवं बच्चे का परीक्षण किया गया। उपचार से बच्चे के माता-पिता खुश हैं एवं बच्चा स्वस्थ्य है। बच्चे के माता-पिता ने आरबीएसके कार्यक्रम और टीम का आभार व्यक्त किया है।
बीमारी के विषय में प्रकाश डालते हुए नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रभात उपाध्याय ने बताया कि जो बच्चे निर्धारित गर्भावस्था समय से पूर्व में जन्म लेते हैं, उनमें जन्मजात विकृति रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्योरिटी (आरओपी) की संभावना रहती है। जिसके समय पर उपचार ना होने से अंधापन होने की संभावना होती है। जिला समन्वयक आरबीएसके वीरेन्द्र वर्मा ने बताया कि उक्त बीमारी की जानकारी मिलते ही तत्काल जिला स्तर से राशि स्वीकृत कर समय पर उपचार दिला कर नवजात की आंखों की रोशनी को सुरक्षित तरीके से बचा लिया गया तथा अंधेपन के खतरे से बाहर लाया गया।