राजस्थान की नामचीन हस्तियों को मिले पद्मश्री पुरस्कार

नई दिल्ली| राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने राजस्थान की चार हस्तियों को पद्मश्री से सम्मानित किया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में गजल गायकी और शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन को, सामाजिक कार्य के लिए डूंगरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता श्री मूलचंद लोड़ा को और सामाजिक क्षेत्र में ही उत्कृष्ट कार्य हेतु जयपुर के श्री लक्ष्मण सिंह लापोडिया शामिल है।

नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में आयोजित पदम् पुरस्कार दो संस्करण में प्रदान किए गए। इस दूसरे संस्करण में बुधवार को सामाजिक कार्य, सार्वजनिक जीवन, विज्ञान, अभियांत्रिकी, व्यापार, उद्योग ,मेडिसिन साहित्य ,शिक्षा, खेल ,सिविल सेवा और कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली नामचीन हस्तियों को देश के सर्वश्रेष्ठ नागरिक पुरस्कारों पदम् विभूषण, पदम् भूषण और पदम् श्री से सम्मानित किया गया। 25 जनवरी, 2023 को विजेताओं के नामों की घोषणा की गई थी। उन विजेताओं को गत 22 मार्च को राष्ट्रपति भवन में आयोजित पदम् पुरस्कार सम्मान समारोह के पहले संस्करण में भी पुरस्कार प्रदान किए गए थे। शेष बचे हुए पुरस्कार विजेताओं को आज राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया।

राजस्थान के डूंगरपुर जिला के आदिवासी बहुल बांगड़ इलाके से ताल्लुक रखने वाले श्री मूलचंद लोढ़ा आदिवासियों के उत्थान के लिए जागरण जन सेवा मंडल नामक संस्था चलाते हैं। श्री मूलचंद लोढ़ा इस क्षेत्र के आदिवासी और पिछड़े इलाकों में चिकित्सा, शिक्षा और आदिवासियों के कल्याण के लिए पिछले 5 दशक से लगातार कार्य कर रहे हैं इनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए वर्ष 2023 का पद्मश्री सम्मान श्री लोढ़ा को दिया गया है। गजल गायकी और शास्त्रीय संगीत में उत्कृष्ट योगदान हेतु जयपुर घराने से ताल्लुक रखने वाले अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन को भी पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। गजल गायकी के उस्ताद हुसैन बंधुओं का पहला एल्बम गुलदस्ता 1980 में रिलीज हुआ था और अभी तक इनके 50 से ज्यादा एल्बम आ चुके हैं। वर्ष 2000 में इनको संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। हुसैन बंधुओं ने पूरी दुनिया में गजल और शास्त्रीय संगीत के चैरिटी शो करके समाज सेवा में भी काफी योगदान दिया है। लक्ष्मण सिंह लापोडिया को भी राष्ट्रपति द्वारा पद्म पुरस्कार सम्मान समारोह के पहले संस्करण के दौरान 22 मार्च को पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। श्री लापोडिया ने राजस्थान के जयपुर जिला में जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है इन्होंने जल संरक्षण के लिए परंपरागत चैका पद्धति से 5 लाख वर्ग मीटर जमीन को सिंचित और उपजाऊ बनाया है। श्री लापोडिया ने इलाके के करीब 100 गांव में जल संरक्षण के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं।