स्वदेशी से स्वावलंबी, सशक्त बनेंगे हमारे गांव

विद्या भारती का स्वदेशी जन जागरण सप्ताह प्रारंभ

भोपाल, 25 सितम्बर। विद्या भारती मध्य भारत प्रांत द्वारा मार्गदर्शित ग्राम भारती शिक्षा समिति मध्य भारत प्रांत में संचालित सभी सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालयों में स्वदेशी जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है।
प्रांत प्रचार प्रमुख राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि विद्या भारती के विद्यालयों में प्रति वर्ष पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर से शास्त्री-गांधी जयंती दो अक्टूवर तक स्वदेशी जन जागरण अभियान चलाया जाता है, जिसके तहत विद्यालय, गांव एवं नगर में जन-जन को स्वदेशी का महत्व बताया जाता है। स्वदेशी एक विचार है, स्व का भाव जगाना, स्वभाषा, स्वावलंबन स्ववेशभूषा, संस्कृति, विज्ञान, राजनीति विदेशनीति व्यवसाय सुरक्षा व्यवस्था कृषि आदि में स्वदेशी भाव का जागरण करना यह इस अभियान का उद्देश्य है।


प्रचार विभाग के जिला संयोजकों की ऑनलाइन बैठक को संबोधित करते हुए प्रांत प्रचार प्रमुख ने कहा कि अच्छे काम का प्रचार-प्रसार भी अच्छा होना चाहिए। वर्तमान समय में प्रचार विभाग की महती भूमिका है। सोशल मीडिया के माध्यम से हम अपने विद्यालय की शैक्षिक, सांस्कृतिक, नवाचार, तकनीकी, कौशल विकास आदि गतिविधियों को आसानी से अनेकों परिवार/ लोगों तक पहुंचा सकते हैं। स्वदेशी अपनाएं भारत को आत्मनिर्भर बनाएं।
सभी जिला संयोजकों ने स्वदेशी जन जागरण अभियान के तहत अपने-अपने विद्यालय में आयोजित होने वाले साप्ताहिक कार्यक्रमों की जानकारी दी। जिसमें घर-घर जाकर अभिभावकों से संपर्क, नुक्कड़ नाटक, दीवार लेखन कर पत्रक वितरण, विदेशी वस्तुओं की होली जलाने, साइकिल रैली निकालकर जनजागरण करने आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालय सामाजिक सरोकार के कार्यक्रम आयोजित करने में सबसे आगे रहते हैं। ठीक कहा है कि भरा नहीं जो भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं। हृदय नहीं वह पत्थर है जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।