लगातार बारिश के चलते जिला जेल के जर्जर बैरक की छत गिरने से 21 कैदी घायल

गंभीर रूप से घायल दो कैदियों को ग्वालियर के लिए किया रैफर

भिण्ड, 31 जुलाई। जिला जेल भिण्ड में शनिवार की अलसुबह लगभग 5.15 बजे बैरक नंबर छह की छत अचानक छत गिरने से उसमें रह रहे 21 कैदी घायल हो गए। इसके बाद बैरक में अफरा-तफरी मच गई। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें गंभीर रूप से घायल दो कैदियों को उपचार के लिए ग्वालियर रेफर किया गया है। अन्य सभी कैदियों का उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है। इनके अलावा जेल के अन्य सभी कैदियों को अन्य जेलों में शिफ्ट करने भेज दिया गया है।


जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की रात रोजाना की तरह गिनती होने के बाद कैदियों को अपनी-अपनी बैरक में जाने को कहा गया। सभी कैदी अपने-अपने स्थान पर पहुंच गए और रात में सो गए। विगत तीन दिन से चल रहे लगातार वारिश के चलते जिला जेल की पुरानी छत सीलन को सहन नहीं कर पाई। शनिवार की अल सुबह करीब सवा पांच बजे दूसरी मंजिल पर बने कमरे का छज्जा पहली मंजिल की छत पर गिरा और बैरक नम्बर छह की छत भरभराकर गिरने लगी। उसके अंदर सो रहे 21 कैदी जख्मी हो गए। इसी दरम्यान बैरक में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद सायरन बजे और भोपाल तक अलर्ट जारी हो गया। भिण्ड पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी तत्काल जिला जेल पहुंचे और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। सभी 21 घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें से दो गंभीर घायलों को इलाज के लिए ग्वालियर के लिए रैफर किया गया है।

यह कैदी हुए घायल

घायल कैदियों में घनश्याम बौहरे पुत्र रामकरन बौहरे उम्र 35 वर्ष निवासी गोविन्द नगर ग्राम कुरथरा, केशव शिवहरे पुत्र रामभरोसे शिवहरे उम्र 37 वर्ष निवासी गोविन्द नगर, ओमप्रकाश परमार पुत्र जयपाल सिंह उम्र 29 वर्ष निवासी अम्बाह बरबाई, गुड्डू उर्फ कृष्णकांत पुत्र कैलाश नारायण उम्र 40 वर्ष निवासी दबोहा भिण्ड, सोनू उर्फ शत्रुघन सिंह पुत्र मोहन सिंह उम्र 31 वर्ष निवासी शिवाजी नगर ग्राम पचैरा, अर्जुन राजावत पुत्र मर्जाद उर्फ भूप सिंहज उम्र 35 वर्ष निवासी पनिया थाना सैसो जिला इटावा, अंकित लोधी पुत्र रामधुन उम्र 21 वर्ष निवासी मुडिया खेड़ा भिण्ड, राजीव ओझा पुत्र अजय औझा उम्र 24 वर्ष निवासी बीटीआई रोड़ महावीर नगर भिण्ड, आकाश जाटव पुत्र राकेश जाटव उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम गिरधारीपुर अजीतमल औरैया, बॉबी पुत्र भागीरथ जाटव उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम रतनुपुर गढिय़ा, दिलीप यादव पुत्र जयवीर यादव उम्र 22 वर्ष निवासी गीता भवन चौराहा पोस्ट ऑफिस के आगे, राहुल पुत्र संजीव सिंह तोमर उम्र 20 वर्ष निवासी नबादा बाग भिण्ड, रमेश सोनी पुत्र रामशंकर सोनी उम्र 27 वर्ष निवासी हनुमान बजरिया, बंटू भदौरिया उर्फ शैलेन्द्र पुत्र रामेश्वर भदौरिया उम्र 38 वर्ष निवासी ग्राम बिजपुरी भिण्ड, महिपत सिंह पुत्र शिवराम सिंह राजावत उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम पुलावली, थाना ऊमरी, छोटू रावत पुत्र पंचम रावत उम्र 19 वर्ष निवासी पुरानी बस्ती भिण्ड, दशरथ भदौरिया पुत्र रामप्रकाश भदौरिया उम्र 32 वर्ष निवासी रिदौली, रोहित भदौरिया पुत्र ब्रिजेन्द्र भदौरिया उम्र 25 वर्ष निवासी खडेरी पुरा, उदय पुत्र कप्तान सिंह उम्र 27 वर्ष, शिवराम पुत्र हरेन्द्र राजावत उम्र 50 वर्ष निवासी पुलावली, रामौतार पुत्र विद्याराम जाटव शामिल हैं।

234 कैदियों को सेंट्रल जेल ग्वालियर में किया शिफ्ट

भिण्ड जिला जेल में वर्तमान में 255 कैदी बंद हैं। इनमें से 21 कैदी घायल हो गए हैं। शेष सभी 234 कैदियों को शिफ्ट करने के लिए केन्द्रीय जेल ग्वालियर भेजा गया है। ये सभी कैदी करीब एक दर्जन गाडिय़ों से भिण्ड से ग्वालियर भेजे गए हंै। कैदियों की सुरक्षा के लिये न केवल जिला जेल को छावनी में तब्दील किया गया बल्कि जिले के ग्वालियर रोड पर पडऩे वाले सभी थाना प्रभारियों को भी अलर्ट किया गया। कैदियों को शिफ्ट करने का जिम्मा पुलिस लाइन की आरआई रजनी गुर्जर व एसआई अनिल गुर्जर को सौंपा गया।

मेंटिनेंस के अभाव में गिरी छत

जिला जेल भवन की मरम्मत एवं रखरखाव के लिए शासन से काफी पैसा आना बताया जा रहा है। उस राशि को सलीके से भवन मरम्मत में लगाया होता तो आज यह हादसा होने से बच सकता था। इस हादसे ने जेल प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी है। हालात यह हैं कि तीन दिन की बारिश ने ही जेल को धाराशाई कर दिया।

जेल के बाहर परिजनों का हंगामा

घटना के बाद कई कैदियों के परिजन भिण्ड जेल के बाहर इकट्ठा हो गए थे। हादसे में घायल हुए कैदियों की जानकारी नहीं मिलने से परेशान कई कैदियों के परिजनों ने जेल के बाहर हंगामा कर दिया। हंगामा कर रहे कुछ लोगों को उनके परिजनों को दूर से देखने की अनुमति दी गई। तब जाकर मामला शांत हुआ। वहीं इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए भिण्ड कलेक्टर और एसपी ने बताया कि जेल में हुए हादसे में कैदी घायल हुए हैं, कोई जनहानि नहीं हुई है। कलेक्टर ने इस मामले में जांच की बात कही है।

तेरह साल से निर्माणाधीन है नवीन जेल

बता दें कि भिण्ड में कैदियों की बढ़ती संख्या के हिसाब से 13 साल पहले नई जेल का निर्माण शुरू किया गया था, लेकिन 13 सालों में नई जेल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। बताया जा रहा है कि समय पर भुगतान नहीं होने से जेल का निर्माण कार्य रुका हुआ है। कई बार जेल का दौरा जेल मंत्री से लेकर जेल डीजी तक कर चुके हैं लेकिन नई जेल तैयार नहीं हो सकी।

बैरक खाली कराने से पहले ही ढहा

सुबह पांच बजे के करीब बैरक की छत का प्लास्टर गिरा था. जिसकी सूचना जेल प्रहरी ने दी थी, बैरकों के खाली करवाया जा रहा था। इसी दौरान सात नंबर बैरक गिर गई और हादसा हो गया। जेल के जर्जर हालत के सवाल पर जेल अधीक्षक ने बताया कि बारिश में कोई भी परेशानी आने पर लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखा जाता है, पिछले साल भी मेंटेनेंस करवाया गया था, इस बार भी तीन दिन पहले पत्र लिखा गया था।
ओपी पांडेय, अधीक्षक, जिला उप जेल भिण्ड