रेत कंपनी मालिक एवं ठेकेदारों पर हो मुकद्दमा दर्ज, नहीं बचना चाहिए प्रकृति के दुश्मन : डॉ. दुबे

मुकद्दमा दर्ज कराने लहार थाना पहुंचे डॉ. रमेश दुबे, दिया आवेदन

भिण्ड, 28 जुलाई। गत 21 जुलाई को लहार क्षेत्र की पर्रायच खदान पर सिंध नदी में आए पानी के सैलाब में अवैध रूप से रेत भरने पहुंचे ट्रकों के फंसने से करीब 200 लोगों की जान पर बन आई थी, तब ये मामला मीडिया के द्वारा प्रकाश में आया, जिसे लेकर समाजसेवी डॉ. रमेश दुबे ने संबंधित रेत कंपनी के मालिक, ठेकेदार एवं संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए प्रशासन से कहा था। जिसके फलस्वरूप जिला खनिज अधिकारी को बदला गया एवं खनिज इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया था। लेकिन रेत कंपनी के मालिक एवं ठेकेदार पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई। इसी तारतम्य में समाजसेवी डॉ. रमेश दुबे लहार पहुंचकर सर्किट हाउस पर मीडिया से मुखातिब हुए और इस विषय पर मीडिया को अवगत कराया।


डॉ. दुबे ने कहा कि एनजीटी के नियमानुसार 29 जुलाई को जिला कलेक्टर द्वारा आदेश जारी कर सिंध नदी सहित पूरे जिले में रेत खनन पर पूर्ण प्रतिबंधित किया गया था, उसके बावजूद भी एनजीटी एवं राज्य स्तरीय प्रभाव मूल्यांकन प्राधिकरण के नियमों के विरुद्ध रेत कंपनी के मालिक राघवेन्द्र सिंह पुत्र मेघराज सिंह, गणपत सिंह राठौर एवं दिनेश सिंह सिकरवार द्वारा जानबूझकर प्रतिबंध के बावजूद लगातार सिंध नदी की पर्रायच धौर-एक से मशीनों द्वारा अवैध रूप से रेत उत्खनन कर ट्रक व डंपर भरे जा रहे थे, तभी सिंध नदी में जल स्तर बढऩे की वजह कई ट्रक सैलाब में फंस गए एवं दो सैकड़ा लोगों की जान पर बन आई, उक्त मामले की जांच होने पर 76 ट्रक डंपरों को प्रशासन ने जब्त किया एवं कानूनी कार्रवाई प्रतिपादित की गई।
डॉ. दुबे ने कहा कि उक्त मामले में संचालनालय भौमिकी खनिकर्म मप्र भोपाल द्वारा जिला खनिज अधिकारी को बदला गया एवं जिला कलेक्टर के द्वारा खनिज इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया एवं कंपनी को दोषी मानते हुए कंपनी मालिक राघवेन्द्र सिंह को 30 दिवसीय कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि उक्त कार्रवाई के बाद भी कंपनी द्वारा लगातार एनजीटी एवं एसईआईएए के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाने एवं करीब 200 लोगों की जान जोखिम में डालने की करतूत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, इसलिए रेत कंपनी मालिक राघवेन्द्र सिंह, गणपत सिंह राठौर एवं दिनेश सिंह सिकरवार पर मामला दर्ज कराने के लिए हम आगे आए हैं। तत्पश्चात डॉ. दुबे अपने साथियों सहित लहार थाना पहुंचे और थाना प्रभारी को आवेदन देकर पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराया एवं दोषियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई संपादित करने हेतु आवेदन दिया। इस अवसर पर संजीव नायक, रामदास सोनी, शिवप्रताप सिंह, राहुल भारद्वाज एवं उदयवीर सिंह मौजूद रहे।