बच्चों पर हो रहे अत्याचार रोकने के लिए जागरुकता शिविर आयोजित

भिण्ड, 30 जुलाई। महिला बाल विकास समिति भिण्ड द्वारा ऑल इंडिया एनजीओ एसोसिएशन व चाइल्ड लाइन के सहयोग से शनिवार को बच्चों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए जागरुकता शिविर का आयोजन श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल अटेर रोड भिण्ड में किया गया।
इस मौके पर नीलकमल सिंह भदौरिया ने कहा कि लगातार चाइल्ड एब्यूज यानी बच्चों के शारीरिक, मानसिक या फिर यौन शोषण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने चाइल्ड एब्यूज और इसके प्रकार संक्षिप्त में समझाते हुए बताया कि बच्चे का मजाक उड़ाना, उन्हें चुप कराने के लिए चिल्लाना, उन्हें विचार या राय व्यक्त करने की अनुमति न देना, बच्चों को धमकी देना, भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करना, वाल विवाह कराना, बच्चों से मजदूरी कराना, बाल यौन शोषण, अन्य तरह को शोषण चाइल्ड एब्यूज कि कैटागरी में आते हैं, इस स्थिति में आप चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर कॉल कर मदद मांग सकते है, जो कि 24 घण्टे नि:शुल्क आपातकालीन सेवा है।
स्कूल के प्रधानाध्यापक राजेश सिंह ने चाइल्ड एब्यूज पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अगर किसी छोटे बच्चे के साथ कोई बड़ा व्यक्ति मारपीट, मानसिक रूप से परेशान या फिर यौन उत्पीडऩ करता है, तो उसे चाइल्ड एब्यूज की केटागिरी में रखा जाता है या अपराध की श्रेणी में आता है। जबकि किसी भी प्रकार का शोषण बच्चों के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य पर बुरी तरह से असर डालता है।
कार्यक्रम के द्वौरान बच्चियों ने चाइल्ड लाइन से कहा कि भिण्ड पुलिस प्रशासन को हाउसिंग कॉलोनी में एक पुलिस चैकी बनानी चाहिए या पुलिस पेट्रोलिंग करवाए, ताकि कुछ अपराधिक तत्व एवं मनचले जो लड़कियों भद्दे कमेंट, पीछा करना एवं आए दिन छेड़छाड़ कर जो भय बना हुआ उसको कम किया जा सके और उस से निजात मिल सके और बच्चियां अपने आपको सुरक्षित महसूस कर शिक्षा प्राप्त कर सके। हाउसिंग कॉलोनी कोचिंग सेंटरों का हब है जहां पूरे शहर के बच्चे व बच्चियां दूरदराज गांव, मोहल्ले से पढऩे आते हैं। अंत में अन्नू तोमर, उपेन्द्र व्यास, अनमोल चतुर्वेदी, आकाश शर्मा, धीरेन्द्र श्रीवास्तव आदि के सहयोग से बच्चों को चाइल्ड एब्यूज पेंपलेट देकर कार्यक्रम संपन्न किया गया।