ग्वालियर-चंबल संभाग में निर्मित अमृत तालाबों की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें : आयुक्त सक्सेना

अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित

ग्वालियर, 19 जुलाई। ग्वालियर-चंबल संभाग में पंचायतों के माध्यम से निर्मित अमृत तालाबों की जांच कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग एवं आरईएस विभाग के माध्यम से कराई जाए। संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना ने बुधवार को संभाग स्तर की अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में यह निर्देश दिए हैं।
संभागीय आयुक्त सक्सेना ने कहा कि दोनों संभाग में स्वीकृत अमृत तालाबों की तीनों विभाग अपने-अपने स्तर पर जांच कर सात दिन में अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। जांच में स्वीकृत तालाबों की गुणवत्ता, पूर्ण, अपूर्ण तथा जल उपयोगिता समितियों का गठन की वस्तुस्थिति के संबंध में प्रतिवेदन चाहा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि तीनों विभाग शतप्रतिशत तालाबों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
संभागीय आयुक्त सक्सेना ने बैठक में कहा कि ग्वालियर-चंबल संभाग में शत-प्रतिशत होस्टलों में बच्चों का सांस्कृतिक दल तथा स्काउट गाइड का दल गठित किया जाए। 15 अगस्त तक सभी होस्टलों में दोनों दल गठित किया जाना सुनिश्चित करें। स्काउट गाइड के दल के माध्यम से पौधारोपण, स्वच्छता एवं अन्य कार्य हाथ में लिए जाएं। इसके साथ ही सांस्कृतिक दल के माध्यम से शालाओं में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। जनअभियान परिषद के माध्यम से भी अधिक से अधिक पौधारोपण का कार्य करने की बात कही गई। सीएम हैल्पलाइन की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए गए कि सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर लंबित प्रकरणों का निराकरण करें। संभागीय अधिकारी अपने-अपने विभाग में वीसी के माध्यम से लंबित प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा कर प्रकरणों का निराकरण तेजी से कराएं।
संभागीय आयुक्त सक्सेना ने 11 अगस्त से प्रारंभ हो रहे हर घर तिरंगा अभियान की भी समीक्षा की। उन्होंने ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए हैं। संभागीय अधिकारियों की बैठक में यह भी कहा गया कि सभी विभाग ई-ऑफिस से जुड़ें ताकि फाइलों का तेजी से निराकरण हो सके। उन्होंने कहा कि शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों के जो भी प्रकरण कार्यालय में लंबित हैं उनका प्राथमिकता से निराकरण करें।