गुरु पूर्णिमा पर दंदरौआ धाम पहुंचेंगे लाखों श्रृद्धालु

महामण्डलेश्वर रामदास महाराज ने दी कार्यक्रम की जानकारी

भिण्ड, 11 जुलाई। गुरू पूर्णिमा का पर्व गुरू और शिष्य दोनों के लिए ही महत्व रखता है जिससे शिष्य को पूरे वर्ष की ऊर्जा प्राप्त होती है। यह बात दंदरौआ धाम के महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामदास महाराज ने धाम में गुरू पूर्णिमा को आयोजित होने वाले विशाल कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में चर्चा करते हुए कही।
श्री रामदास महाराज ने बताया कि गुरू पूर्णिमा बुधवार 13 जुलाई को मनाई जाएगी। इस अवसर पर दंदरौआ धाम में लाखों की संख्या में श्रृद्धालु डॉक्टर हनुमान के दर्शन करेंगे। इस मौके पर रुद्राभिषेक, फूल बंगला के आयोजन के अलावा श्रृद्धालुओं के लिए भण्डारे का आयोजन किया जाएगा। भजन कीर्तन का आयोजन सुबह से आरंभ होकर शाम तक चलेगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पुराणों में कहा गया है कि वैसे तो शिष्य नित्य ही गुरू का ध्यान करते हैं, लेकिन गुरु पूर्णिमा का महत्व अलग ही होता है। उन्होंने बताया कि ध्यान का मूल गुरू को माना गया है पूजा का मूल भी गुरू को माना जाता है। मंत्र उच्चारण जब करते है तब भी गुरू का ध्यान करते हैं, इसलिए मनुष्य को मोक्ष प्राप्त करने के लिए गुरू की आवश्यकता होती है।
दंदरौआ धाम के प्रवक्ता जलज त्रिपाठी ने बताया कि गुरू पूर्णिमा का पर्व वर्ष में एक बार आता है इसलिए शिष्य को तन-मन-धन से गुरू की सेवा करनी चाहिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।