पेड़ प्रकृति का अहम हिस्सा व प्राणवायु ऑक्सीजन के सृजनकर्ता हैं : डॉ. साकार

भाविप ने स्थापना दिवस पर किया पौधारोपण

भिण्ड, 10 जुलाई। भारत विकास परिषद के स्थापना दिवस 10 जुलाई के अवसर पर स्थानीय बुनियादी स्कूल परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें परिषद के सदस्यों द्वारा 21 सतपर्णी के पौधे लगाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। साथ ही आगामी माह में 101 पौधे लगाकर प्रकृति के प्रति अपना योगदान देने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर शाखा भिण्ड के अध्यक्ष डॉ. साकार तिवारी ने बताया कि प्रकृति के साथ ही यह हमारे जीवन का भी महत्वपूर्ण अंग है, बीते दिनों कोरोनाकाल में हम ऑक्सीजन का महत्व समझ ही चुके हैं। उन्होंने समझाया कि वर्तमान में पेड़ पौधों की अंधाधुंध कटाई के परिणाम स्वरूप आज हमें अनेक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है, पर्यावरण असंतुलित होने का एक मुख्य कारण पेड़ पौधों की कटाई भी है, इसलिए हमें इनका संरक्षण करना होगा व सभी को न केवल पौधे लगाने होंगे अपितु उनके संरक्षण का भरसक प्रयास करना होगा।
पर्यावरण संयोजक सुरेश बरुआ ने बताया कि सप्तपर्णी को आयुर्वेद में उन औषधियों में से एक माना जाता है, जो कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ को समाहित किए हुए है। यह एक सदाबहार वृक्ष है, जिसमें दिसंबर से मार्च के दौरान छोटे-छोटे हरे और सफेद रंग के फूल लगते हैं, जिनसे एक बेहद तेज और विशिष्ट सुगंध आती है। यह एक ऐसा पौधा है जिसका उपयोग आयुर्वेदिक, सिद्ध और यूनानी चिकित्सा, तीनों में कई तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। दुर्बलता को दूर करने से लेकर खुले घावों को ठीक करने और नपुंसकता से पीलिया तक कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के इलाज में सप्तपर्णी को प्रभावी औषधि के रूप में माना जाता है।
कार्यक्रम में शाखा भिण्ड के अध्यक्ष डॉ. साकार तिवारी, सचिव धीरज शुक्ला, कोषाध्यक्ष रामवीर परिहार, पर्यावरण संयोजक सुरेश बरुआ व वीरेन्द्र जोशी, जेएन पाठक, राजीव त्रिपाठी, कमलेश सेथिया, विवेक शर्मा, अनिल शर्मा, मीनू जैन, डॉ. वरुण शर्मा, राजमणि शर्मा, धर्मवीर सिंह, गजेन्द्र शर्मा, जयदीप सिंह सहित परिषद परिवार के कार्यकर्ता व शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।