पूरे आपातकाल में सेंट्रल जेल में रहे नेता लक्ष्मीनारायण शर्मा

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लक्ष्मी नारायण शर्मा की 29वीं पुण्यतिथि आज

भिण्ड, 04 जुलाई। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाजसेवी एवं लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए मीसा के तहत आपातकाल की विधिवत घोषणा के लगभग 16 घण्टे पूर्व से समाप्ति तक सेंट्रल जेल ग्वालियर में बंद रहे स्वर्गीय पं. लक्ष्मी नारायण शर्मा, ग्राम अतरसूमा, भिण्ड की पांच जुलाई 2022 को 29वीं पुण्यतिथि है।
पंडित जी ने अपने युवा काल में चंबल घाटी में सन् 1942 के आंदोलन को भूमिगत रहकर गति प्रदान की थी एवं स्वतंत्रता प्राप्त होने तक बराबर संघर्ष करते रहे। उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए तो संघर्ष किया ही साथ ही बाद में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए आपातकाल में 19 महीने सेंट्रल जेल, ग्वालियर में बिताए।
आज से 47 वर्ष पूर्व आपातकाल की विधिवत घोषणा तो 25 जून 1975 की लगभग मध्यरात्रि में की गई थी, लेकिन इसके पूर्व ही 25 जून को सुबह आठ बजे ही पंडित जी के तत्कालीन भिण्ड निवास, नवयुग गृह नर्माण सोसायटी (अब कुशवाह कॉलोनी) इटावा रोड, भिण्ड पर तत्कालीन टीआई एवं दो अन्य पुलिस कर्मी पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि पंडित जी आप नाश्ता कर लें और हमारे साथ चलें, आपको एसपी साहब ने बुलाया है। पंडित जी नाश्ता कर पुलिस वालों के साथ चले गए और वहीं से उन्हें आपातकाल की घोषणा के बाद मीसा के तहत सेंट्रल जेल ग्वालियर भेज दिया गया था, जहां उन्हें आपातकाल के समाप्त होने तक मीसा बंदी के रूप में रखा गया था। उनके अभिन्न साथी स्व. रघुवीर सिंह कुशवाह जो जेल में साथ थे, आपातकाल में ही स्वर्ग सिधार गए थे। उनके साथ के कुछ उस समय के युवा साथी जैसे सत्यनारायण बोहरे, सिनोर जो सेंट्रल जेल में उनके साथ रहे आज भी पुराने समय की यादों में खो जाते हैं और उनकी आंखें नम हो जाती हैं। उन्होंने जेल में बंदी रहते हुए भी अपने बड़े पुत्र को कृषि संबंधी अनुसंधान/ शिक्षण कार्य हेतु लीड्स विश्वविद्यालय, यूके जाने के लिए प्रोत्साहित किया था जो अब सेवानिवृत कृषि वैज्ञानिक के रूप में क्षेत्र में किसानों को समसामयिक सलाह देते हैं।
पंडित जी सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक तथा कृषि उपज मण्डी समिति के विभिन्न पदों पर रहे एवं समाजसेवी के रूप में उन्होंने लोक कल्याण में बहुत सेवाएं दी थीं। ग्राम सुधार संगठन क्यारीपुरा के अध्यक्ष के रूप में ग्राम सुधार संगठन के संस्थापक डॉ. सरदार सिंह भदौरिया व उस क्षेत्र के अन्य गणमान्य, बहुत सारे साथियों के साथ मिलकर पीढ़ी दर पीढ़ी दशकों से चले आ रहे कई आपसी विवादों को समाप्त करवाया था। ब्राह्मण समाज भिण्ड के अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने भिण्ड में परशुराम क्षात्रावास निर्माण का कार्य भी आशाराम शर्मा, त्रियुगी नारायण शर्मा, रामकुमार पुरोहित, परशुराम कटारे, नाथूराम शर्मा,नमो नारायण दीक्षित एवं अन्य बहुत सारे साथियों के साथ मिलकर बहुत आगे बढ़ाया था।
लोक कल्याण के कार्यों हेतु पंडित जी ने राजनैतिक पार्टियों की दीवार तोड़कर राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के संपर्क में रहने के साथ ही अपने क्षेत्र के सभी नेताओं जैसे रघुवीर सिंह कुशवाह, त्रियुगी नारायण शर्मा, डॉ. गोविन्द सिंह, रसाल सिंह, हरज्ञान सिंह बोहरे, रामधुन सिंह नरवरिया, महीपत सिंह नरवरिया, रामेश्वर दयाल दांतरे, मौ के डॉ. राजेन्द्र प्रकाश सिंह, परशुराम सिंह भदौरिया, हजूरी सिंह कुशवाह, भगवान सिंह, दिलीप सिंह चतुर्वेदी, कालीचरण शर्मा, नरसिंह राव दीक्षित, बाबूराम खेरी, मथुरा प्रसाद महंत, सुदर्शन मिश्रा वकील, मेहगांव के शुक्ला जी, गौतम, महादेव शास्त्री, नरोत्तम आदि के अतिरिक्त दतिया के तिवारी जी, अंबाह-मुरैना के राधाचरण शर्मा, जबर सिंह वकील, विजय सिंह सिकरवार वकील, सूबेदार सिंह वकील, रक्षपाल सिंह तोमर एवं सर्वोदय संत श्री लल्लूदद्दा एवं अन्य के साथ मिलकर महत्वपूर्ण कार्य किए थे। इन विभूतियों में बहुत सारे लोग विधायक, मंत्री एवं सांसद रहे तथा कई लोग अब ब्रह्मलीन हो चुके हैं।
राष्ट्रहित तथा लोक कल्याण में पंडित जी की निष्ठा एवं कर्मठता ने नि:संदेह उनको अमरत्व प्रदान किया है। उनके दर्शाए जीवनपथ पर एवं उनके आदर्शों का अनुसरण कर हम सदा आगे बढ़ते रहेंगे। इन्हीं भावनाओं के साथ हम सभी की ओर से पंडित जी को विनम्र श्रृद्धांजलि।

पंडित जी की स्मृति में 15 अगस्त को होगा पौधारोपण

पंडित जी की इस 29वीं पुण्यतिथि पर उनके परिवार के सदस्यों, वार्ड 36 के पार्षद व उनके साथ अन्य पार्षद गण व कॉलोनी निवासियों द्वारा कुशवाह कॉलोनी, इटावा रोड भिण्ड के नव विकसित पार्क में पौधारोपण कार्यक्रम आगे आने वाले स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2022) पर किया जाना प्रस्तावित है।