कथा के अंतिम दिवस सुदामा चरित्र का हुआ चित्रण

भिण्ड, 01 जुलाई। मेहगांव नगर के मुरैना तिराहे पर स्थित मंशापूर्ण हनुमान मन्दिर ने चल रही श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिवस पर भागवताचार्य पं. रामप्रसाद व्यास ने कथा में रुक्मणि विवाह व सुदामा-कृष्ण की मित्रता का बहुत सुंदर चित्रण किया।
इस दौरान श्रीमद् भागवत कथा के समापन दिवस पर रुक्मणि विवाह व सुदामा कृष्ण मित्रता के सुंदर कथा सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए। कथा व्यास ने रुकमणी विवाह का सुंदर दर्शन और चित्रण कराया। जिसमें सुदामा चरित्र को चित्र बना कर समझाया गया। व्यास जी ने कहा कि जिसने अपनी दैवीय इन्द्रियों को भजन से तृप्त कर दिया है वही सुदामा है। हर इन्द्री का भोजन भजन को बना दिया। उन्होंने कहा कि जिसके जीवन में हर समय भगवान की आराधना का मंत्र जाप होता रहता है, वहीं भगवान का अनन्य भक्त होता है। संसार में सुदामा कृष्ण मित्रता की अनमोल मिशाल यूं ही नहीं दी जाती, सुदामा ने अपना जीवन क्रष्ण भक्ति में अर्पण कर दिया। आज कथा कथा श्रवण करने के लिए हजारों की संख्या में श्रृद्धालु पधारे और कथा का रसपान किया। कल भागवत कथा का हवन पूजन के साथ कन्या एवं संतभोज के साथ भण्डारा आयोजित किया जाएगा।