जीवन पुण्य से चलता है, हमें कुछ पल धर्म-साधना के लिए निकालना चाहिए : विनय सागर

लक्कडख़ाना से पद विहार कर पटेल नगर जैन चैत्यालय मन्दिर पहुंचे मुनिश्री

ग्वालियर, 28 जून। जीवन पुण्य से चलता है और पुण्य का भण्डार धर्म-आराधना से परिपूर्ण होता है। अगर मेहनत से लक्ष्मी मिलती हो तो आज सबसे ज्यादा मजदूरों के पास होती, ऑफिस में बैठे रहने वालों के पास नहीं। जीवन के कुछ पल धर्म-साधना के लिए निकालना चाहिए। धर्म हमें भयमुक्त भी करता है। यह विचार श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ने मंगलवार को सिटी सेंटर स्थित पटेल नगर दिगंबर जैन चैत्यालय मन्दिर में आशीष वचन देते हुए व्यक्त किए।
मुनि श्री विनय सागर महाराज ने कहा कि आज मानव को सबसे ज्यादा चिंता और भय परिवार के पालन की भी है। कहीं उसे कोई रोग ना आ जाए, मुझे कोई लूट ना ले, मुझे कोई अकस्मात दु:ख ना आए आदि कई चिंता होती है। इससे मुक्त एकमात्र हमें प्रभु स्मरण से मिला भाग्य ही करा सकता है।

मुनिश्री के चरणों का पाद प्रक्षालन व आरती उतारकर की अगवानी

समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनि श्री विनय सागर महाराज लक्कड़ खाने से पद विहार कर सिटी सेंटर स्थित पटेल नगर जैन चैत्यालय मन्दिर पहुंचे। उनकी आगवानी जैन समाज के विद्वान प्रतिष्ठाचार्य अजित कुमार शास्त्री, मनोरम जैन सहित समाजजनों में पाद प्रक्षालन व आरती उतारकर मंगल आशीर्वाद लिया। मुनिश्री ने मन्दिर में विराजित भगवान जिनेन्द्र देव के दर्शन कर अभिषेक व शांतिधारा कराई।

मुनिश्री के चातुर्मास की सहयोगी संस्था ने श्रीफल भेंट किया

मुनि श्री विनय सागर महाराज के चातुर्मास 2022 की सहयोगी संस्था अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच ग्वालियर संस्था के चक्रेश जैन रेडीमेड, अजय जैन बेट्ररी, अशोक जैन पोली मुरार, ज्योतिषचार्य हुकुमचंद जैन, नरेन्द्र जैन सोनू, धमेन्द्र जैन, हनी जैन, अजय जैन, प्रवक्ता सचिन जैन ने सामूहिक रूप से मुनिश्री के चरणों मे श्रीफल भेंटकर आशीर्वाद लिया।

मुनिश्री सानिध्य दो दिवसीय वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव 30 को घटयात्रा से होगी शुरू

श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ससंघ एवं पीठाधीश्वर कर्मयोगी क्षुल्लक 105 श्री समर्पण सागर महाराज के मंगल सानिध्य में ऐतिहासिक नगर ग्वालियर के दक्षिण प्रवेश द्वार गुड़ीगुड़ा नाका स्थित नवीन निर्माण श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन वरैया पंचायती मन्दिर जिनालय नवीन मन्दिर में अतिशयकारी भगवान पाश्र्वनाथ (सातऊ वाले बाबा) की प्रतिमा भव्य वेदी में विराजेंगे। इस नवीन मन्दिर की शुद्धि, शिखर पर कलशारोहण एवं भव्य वेदी प्रतिष्ठा, विश्व शांति महायज्ञ महोत्सव कार्यक्रम 30 जून एवं एक जुलाई को आयोजित होगा। 30 जून को सुबह मंगल कलश घटयात्रा के साथ ध्वजारोहण, प्रवचन, विधान, वेदी शुद्धिकरण कार्यक्रम होंगे।