कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा पर जोर दे रहे हैं सरस्वती शिशु मन्दिर : ठाकुर

एनईपी-20 पर आधारित आचार्य अभ्यास वर्ग आयोजित

भोपाल, 10 जून। विद्या भारती मध्य भारत प्रांत द्वारा मार्गदर्शित ग्राम भारती शिक्षा समिति मध्य भारत प्रांत भोपाल से संबद्ध राजाभोज ग्राम भारती शिक्षा समिति जिला भोपाल द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालयों का संकुल स्तरीय आचार्य अभ्यास वर्ग आयोजित किया जा रहा है। जिला प्रमुख रमेशचंद्र राजपूत ने प्रेस विज्ञप्ति को दी जानकारी में बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित छह दिवसीय आचार्य अभ्यास वर्ग सरस्वती शिशु मन्दिर जैन कालोनी बैरसिया जिला भोपाल में प्रारंभ हुआ।
आचार्य दीदियों को संबोधित करते हुए प्रांतीय कार्यालय अधीक्षक और भोपाल विभाग प्रभारी राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास पर विशेष जोर दिया गया है। कक्षा छठवीं से छात्रों को इसकी शिक्षा दी जाएगी। स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में स्किल डेवलपमेंट एवं आईसीटी को शामिल करने की योजना भारत सरकार की सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि अपने आप को अपडेट रखें नहीं तो आऊट डेट हो जाओगे। एक रिपोर्ट के अनुसार 21वीं सदी में शिक्षा के चार स्तंभ हैं- 1. स्वयं सीखने का कौशल। 2. हाथ से काम करने का कौशल। 3. साथ रहने का कौशल। 4. स्वयं को जानने का कौशल। उन्होंने कहा कि डिजिटल साक्षरता कौशल, सूचना साक्षरता, मीडिया साक्षरता और आईसीटी साक्षरता का ज्ञान हम सबको और हमारे छात्रों अभिभावकों एवं ग्रामवासी जनों को होना चाहिए।
अतिथि परिचय कृष्णा नंद पाल ने कराया एवं स्वागत सज्जन सिंह राजपूत और सीताराम सेनी ने किया। इस अवसर पर राजाभोज ग्राम भारती शिक्षा समिति जिला भोपाल के कोषाध्यक्ष सुनील जाटव एवं प्राचार्य सुशील चंद्र पंड्या और नलखेड़ा एवं दामखेड़ा संकुल के सभी आचार्य दीदी उपस्थित रहे।