सभी जीवों के प्रति दया भाव ही सच्ची इंसानियत है

इंसानियत सेवा समिति को सकोरे भेंट किए

भिण्ड, 25 मई। वर्तमान परिवेश के भौतिकवादी युग में कलयुगी परिजन अपने बुजुर्गों को निराश्रित भवन में शिफ्ट करवा देते हैं, वहीं दूसरी ओर ऐसे भी कई श्रेष्ठजन हैं जो मानवीयता को सर्वोपरि रखते हुए घायल पक्षी, श्वान, बिल्ली, बंदर और कई अन्य जानवरों की सेवा सुश्रूषा में वह तन-मन-धन से लगे हुए हैं। हम सब ऐसे सभी खिदमतगारों की इंसानियत को सलाम करते हैं। यह बात इंसानियत सेवा मण्डल समिति को सकोरे भेंट करते हुए प्रो. इकबाल अली ने कही। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारी रामअवधेश शर्मा, प्रो. रामानंद शर्मा, शैलेश सक्सेना, अनंत शर्मा, हेमंत कुमार, सौरव और इंसानियत ग्रुप के सदस्य उपस्थित थे।
राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारी रामअवधेश शर्मा ने कहा कि पेड़-पौधे व पशु-पक्षी हमारे पर्यावरण के अभिन्न अंग हैं, इनके बिना हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। इस भीषण गर्मी में पशु पक्षियों को पानी की अत्यंत आवश्यकता है, इसलिए हम सब का कर्तव्य बनता है कि हम पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करें।
प्रो. रामानंद शर्मा ने कहा कि हर उस व्यक्ति को भीषण गर्मी में पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करना चाहिए, जो पर्यावरण के प्रति जागरुक हो। हमारा उद्देश्य की प्रकृति संरक्षण के साथ पशु-पक्षियों को बचाया जा सके। इंसानियत सेवा मण्डल समिति के संचालक अनंत इंसानियत ने कहा कि हम फाउण्डेशन सामाजिक संगठन द्वारा पक्षियों के लिए पानी के सकोरे वितरित करके एक अच्छी पहल की जा रही है।