प्रधान आरक्षक पचौरी 20 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा

मालनपुर थाने पर लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर ने मारा छापा

भिण्ड, 18 मई। लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर ने बुधवार को मालनपुर थाने के गेट के सामने छापामार कार्रवाई करते हुए थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।


डीएसपी लोकायुक्त योगेश कुंजारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि एलडीसी शिक्षा विभाग में पदस्थ विकास पुत्र रामनिवास जाटव 26 साल निवासी हनुमान चौराहा मालनपुर ने लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर में गत मंगलवार को एक शिकायत पत्र दिया था कि मुझे करीबन तीन-चार दिन से थाना मालनपुर में पदस्थ आरक्षक आशीष शुक्ला, प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी द्वारा मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। क्योंकि 14 मई 2022 को रात्रि लगभग 10 बजे के करीब थाना मालनपुर में पंजीबद्ध धारा 307 व धारा 377 में फरार आरोपी कमल नागर मेरे घर के बाहर छोटे भाई की गन्ना जूस की दुकान पर आकर बैठ गया। उसने बोला कि मेरे दोनों पैर फैक्चर हैं, मुझे हरिराम पुरा चौराहे तक छोड़ दो, मैंने उक्त व्यक्ति को मोटर साइकिल पर बिठाकर हरिराम की कुईया पर छोड़ा था, उसी दौरान आरक्षक आशीष शुक्ला व प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी ने उक्त आरोपी को पकड़ लिया। उसके बाद दूसरे दिन सुबह दोनों पुलिस वाले मेरे घर पर आए, उनमें से एक व्यक्ति ने कट्टा निकालकर मेरी कनपटी पर लगा दिया, दूसरे ने पिस्टल निकालकर छाती पर अड़ा दी और मुझसे बोले कि तूने आरोपी को शरण दी है, तुझे भी सह आरोपी बना देंगे, नहीं तो हमें 20 हजार रुपए दो। इनके द्वारा मुझसे लगभग 10 हजार रुपए की शराब मंगवाई गई, जो कि मेरे द्वारा मालनपुर अंग्रेजी शराब के ठेके पर कार्ड द्वारा पेमेंट करके भुगतान खरीदी गई। आरक्षक आशीष शुक्ला की प्रताडऩा से परेशान होकर फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस की शरण ली। तब लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी को केमिकल लगाकर रुपए दिए, उनको लेने के लिए आशीष शुक्ला ने प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी को थाने के बाहर भेज दिया। जैसे ही मनीष पचौरी ने रिश्वत के 20 हजार रुपए नगद लिए, तभी लोकायुक्त पुलिस ने प्रधान आक्षक मनीष पचौरी को धर दबोचा और उसके कब्ज से 20 हजार रुपए जब्त कर कानूनी कार्रवाई की।
इस कार्रवाई में लोकायुक्त टीम के अधिकारी डीएसपी प्रदुमन कुमार पाराशर एवं योगेश कुंजारिया, टीआई राघवेन्द्र ऋषीश्वर, कविन्द्र सिंह चौहान, ब्रजमोहन नरवरिया, श्रीमती अंजली शर्मा, भारत सिंह किरार, प्रधान आरक्षक इकबाल खान, हेमंत शर्मा, आरक्षक विशंभर सिंह भदौरिया, राकेश शर्मा, सुरेन्द्र सिंह सहमिल, अंकित शर्मा, आकेश शर्मा, प्रमोद सिंह तोमर, टाइपिस्ट नितिन चंदेरिया की विशेष भूमिका रही।