दो से चार अगस्त तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे पटवारी

पटवारी नहीं करेंगे गैर भू अभिलेखीय कार्य, 10 अगस्त से होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल

भिण्ड, 19 जुलाई। पटवारी संघ ने अपनी लंबित मांगों के निराकरण की मांग को लेकर गैर भू अभिलेखीय कार्य बंद कर दिए हैं। इससे शासन एवं प्रशासन के कई योजनाओं के क्रियान्वयन पर विपरीत असर पड़ेगा। पटवारियों का कहना है कि वे आगामी दो से चार अगस्त तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे और 10 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। ऐसे निर्देश जिला पटवारी संघ को प्रदेश पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष उपेन्द्र सिंह बाघेल की ओर से प्राप्त हुए हैं।
मप्र पटवारी संघ जिला इकाई भिण्ड के जिलाध्यक्ष मधुसूदन सिंह भदौरिया ने बताया कि मप्र पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष की ओर से प्राप्त निर्देश के अनुसार जिले के पटवारी भू अभिलेख संबंधी कार्यों को छोड़कर अन्य कार्य नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पटवारियों द्वारा संपादित किए जा रहे असीमित विभागीय कार्यों को दृष्टिगत रखते हुए आंदोलन अवधि में जिलों एवं तहसीलों में पटवारियों को भू अभिलेख की श्रेणी में नहीं आने वाले कार्यों को नहीं करने के निर्देश मप्र पटवारी संघ द्वारा दिए गए हैं। जिले के पटवारी भी उन्हीं निर्देशों का पालन करते हुए गैर भू अभिलेखीय कार्य नहीं कर रहे हैं। इस संबंध में विगत दिनों पटवारी संघ जिला इकाई द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम अधीक्षक भू अभिलेख को ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है।

यह कार्य नहीं कर रहे पटवारी

संघ के जिलाध्यक्ष भदौरिया ने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम किसान सम्मान निधि, सीएम हैल्पलाइन, हाइवे अथॉरिटी, रेल्वे, बांध, भू अर्जन संबंधी कार्य, लॉ एण्ड ऑर्डर ड्यूटी, मेला एवं अन्य सभी प्रोटोकॉल की ड्यूटी, वैक्सीन कार्य में ड्यूटी, जाति प्रमाण पत्र, ईडब्ल्यूएस तथा अन्य सभी प्रमाण पत्र संबंधी कार्य, बीपीएल संबंधी कार्य, रास्ता विवाद संबंधी कार्य, किसी भी अन्य विभाग का कार्य, पीडीएस व उपार्जन संबंधी कार्य, सारा एप, सारा पोर्टल, पीएम आवास योजना संबंधी कार्य, जनगणना, पशु गणना, बैंक आरआरसी, डायवर्सन वसूली, भू राजस्व वसूली, आवादी सर्वे आदि कार्य भू अभिलेख से जुड़े कार्यों की श्रेणी में नहीं आते है। इन कार्यों को पटवारी संवर्ग द्वारा आंदोलन के दौरान नहीं किए जाएंगे।

यह हैं पटवारियों की मांगें

पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष के अनुसार प्रमुख मांगों में पटवारियों का ग्रेट पे 2800 करते हुए समयमान वेतनमान विसंगतियों को दूर किया जाए। पटवारियों की गृह जिले में पदस्थापना की जाए। नवीन पटवारियों की सीपीसीटी की अनिवार्यता संबंधी नियम समाप्त किया जाना शामिल है।

कलेक्टर से कोई शिकवा नहीं

पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष भदौरिया ने बताया कि सोशल मीडिया पर ग्रुप छोडऩे पर कलेक्टर द्वारा पटवारियों के खिलाफ कार्रवाई की खबर वायरल हो रही है, जो सरासर गलत और गुमराह करने वाली है। उन्होंने कहा है कि न तो किसी पटवारी ने ग्रुप छोड़ा है और न ही नोटिस जैसी किसी कार्रवाई का संकेत कलेक्टर की ओर से मिला है। सोशल मीडिया से जुड़े लोग खबरों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत कर भ्रम फैलाने का कार्य कर रहे हैं।