आपका संघ आपके जीवन एवं चरित्र का निर्माण करेगा : देवकीनंदन ठाकुर

भिण्ड, 13 मई। विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में ग्राम कंचनपुर गोहद में पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के मुखारबिंद से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।
श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस की शुरुआत आरती और विश्व शांति के लिए प्रार्थान के साथ की गई। पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ करते हुए भक्तों को भजन ‘जगत सब छोड़ दिया सांवरे तेरे पीछे’ श्रवण कराया।


श्री देवकीनंदन ठाकुर ने श्रीमद् भागवत कथा की शुरुआत करते हुए शिव भक्तों को बताया जो लोग शिवजी पर बेलपत्र अर्पित करते हैं। उन्हें कुछ सावधानी बर्तना आवश्यक है। बेलपत्र के जो तीन पत्ते होते हैं, उसमें त्रिदेव निवास करते हैं। बेलपत्र साक्षात लक्ष्मी जी का स्वरूप है। शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से इसका बहुत बड़ा लाभ मिलता है। भक्तजनों के लाभ के लिए महाराज जी बताया कि बेलपत्र को किस दिन नहीं तोडऩा चाहिए एवं बेलपत्र तोडऩे के क्या नियम है? उनके द्वारा बेलपत्र पर साझा की गई जानकारी भक्तजनों के लिए बेहद फलदाई साबित हो सकती है। जो मनुष्य इन मर्यादाओं का पालन करते हुए श्रृद्धा एवं निष्ठा से जो मनुष्य बेलपत्र शिव जी पर चढ़ाते हैं, उन्हें लक्ष्मी जी की भी प्राप्ति होती है और भगवान शिव भी उनसे प्रसन्न होते हैं।