सरस्वती शिशु मन्दिर सामाजिक चेतना के केन्द्र बनें : जांगलवा

विद्या भारती के प्रांतीय प्रशिक्षण वर्ग पचोर में आयोजित

पचोर (राजगढ़), 12 मई। विद्या भारती मध्य भारत प्रांत भोपाल द्वारा मार्गदर्शित ग्राम भारती शिक्षा समिति मध्य भारत प्रांत द्वारा आयोजित प्रांतीय आचार्य सामान्य शिक्षण वर्ग प्रधानाचार्य शिक्षण वर्ग एवं वित्त प्रबंधन वर्ग सरस्वती शिशु मन्दिर पदमपुरा मार्ग पचोर जिला राजगढ़ में आयोजित किए जा रहे हैं।


प्रांत स्तरीय (आवासीय) प्रशिक्षण वर्ग में शामिल आचार्य-दीदिओं को संबोधित करते हुए प्रांत प्रमुख ओमप्रकाश जांगलवा ने कहा कि आज हमारे विद्यालय समाज को एक नई दिशा देने का कार्य कर रहे हैं। सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालय सामाजिक चेतना के केन्द्र बनें ऐसा सकारात्मक प्रयास करें। उन्होंने आचार्यों की शैक्षिक प्रगति, उनकी पढ़ाने की योग्यता, तकनीकी शिक्षा कौशल विकास, आदर्श विद्यालय, कार्य विस्तार, नवाचार, राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विस्तार से जानकारी दी एवं चर्चा की।


प्रांतीय कोषाध्यक्ष मुरलीधर धर्मवाणी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा विद्यालय का वार्षिक बजट बनाया जाए। आर्थिक अभिलेखों का संधारण किया जाए। बजट के अनुसार व्यय करने की प्रभावी योजना बनाएं। प्रशिक्षण वर्ग के मुख्य शिक्षक दुर्गेश सिंह बागड़ी ने बताया कि शारीरिक गतिविधियों में सूर्य नमस्कार, मण्डल के खेल, योगासन, प्राणायाम, समता, दौड़ आदि कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रांतीय प्रशिक्षण प्रमुख नारायण चौहान ने अनुभव जन्य ज्ञान और कौशल विकास पर विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जिला समिति अध्यक्ष मोहन जी, विष्णु आर्य, रघुराज सिंह चौहान, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, गोपाल शर्मा, रमेशचंद्र राजपूत, राजेश राजपूत, महेन्द्र सिंह चौहान, मुरली शर्मा, मुकेश दांगी, सोबरन सिंह तोमर, दिनेश गोस्वामी, दुर्गाप्रसाद चक्रधारी आदि कार्यकर्ता एवं आचार्य-दीदी सहभागी हुए।