विकास के नाम पर गौरी सरोवर से नहीं हटाए जाएं पेड़ : डॉ. दुबे

शहर में जारी विकास कार्यों एवं हालातों को लेकर भाजपा नेता डॉ. रमेश दुबे ने लिखा जिला कलेक्टर को पत्र

भिण्ड, 09 मई। शहर में बिना किसी ठोस योजना के जारी निर्माणाधीन कार्यों की वजह से हो रही जनता की परेशानियों एवं अव्यवस्थाओं को लेकर भाजपा नेता डॉ. रमेश दुबे ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से डॉ. दुबे ने कहा कि भिण्ड शहर के प्राचीन गौरी सरोवर पर सौंदर्यीकरण एवं निर्माण कार्य जारी है, जोकि स्वागत योग्य है, किंतु निर्माण के नाम पर वर्षों की मेहनत से समाजसेवियों द्वारा लगाए गए पेड़ों को हटाया जा रहा है, जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री हर दिन पौधारोपण कर रहे हैं, अत: जो भी निर्माण कार्य जारी हैं, उन्हें पेड़ों के बिना हटाए ही संपन्न कराए जाएं।
डॉ. दुबे ने मांग की कि गौरी पर निर्माण कार्यों के नाम पर कई बार निर्माण चलता हैं, फिर उन्हें तोड़कर वहीं निर्माण कार्य दुबारा कराए जाते हैं, जबकि गुणवत्ता यदि सही रहे तो इस प्रकार की समस्या सामने न आये और पूरे शहर में यही आपाधापी का निर्माण जारी है, जिस पर तत्काल प्रभाव से अंकुश लगाया जाए एवं शहर के प्रबुद्धजनों से राय मशविरा करके उचित योजना के चयन के साथ कार्य संपन्न कराया जाए। साथ ही इंजीनियर्स को गुणवत्ता की जांच पूर्ण निष्ठा से करने के लिए कहा जाए। गौरी सरोवर पर जो फुटपाथ बनाया गया था उसे पुन: तोड़ दिया गया है, इससे शासन के पैसे की बर्वादी हो रहा है और प्रशासन का समय भी नष्ट हो रहा है, इसलिए योजनाबद्ध तरीके से पूरा प्लान तैयार करके ही निर्माण कार्य शुरू किए जाएं, ताकि शासन को राजस्व की हानि न हो और शासन द्वारा जारी सौंदर्यीकरण के सपने को साकार किया जा सके।
डॉ. रमेश दुबे ने कलेक्टर से मांग रखी कि शहर में सीवर एवं नल-जल योजना के लिए काम कर रही कंपनियों के द्वारा पूरा शहर खोदकर डाल दिया गया है, हर गली खुदी पड़ी है, बारिश हो जाए तो पूरा शहर दलदल में तब्दील हो जाता है और बारिश न हो तो धूल की वजह से रेगिस्तान, नगर पालिका की लापरवाही का खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ता है, लोगों बच्चे एवं महिलाओं के स्वास्थ्य पर बेहद प्रतिकूल असर पड़ रहा है, हालात ये हैं कि लोग गलियों से निकल नहीं पाते, इस बिंदु पर आपके द्वारा विशेष कार्रवाई आपेक्षित है, शहर में जितने भी नालों का निर्माण कराया जा रहा हैं उनमें सही माप के साथ ढलान का ध्यान दिया जाए, क्योंकि शहर में ऐसे कई नाले हैं जिनमें पानी भरा रहता है और निकल नहीं पाता है, जो भी नाले साफ कराए जा रहे हैं उनका मलबा महीनों पर नहीं उठाया जाता, जो बाद में धूल और कचड़े के रूप में सड़कों पर फैलता व उड़ता रहता है। जिसकी वजह से बीमारियां फेल रही हैं, इसलिए उनका उठाव जल्दी कराया जाए।
जिला कलेक्टर को नगर पालिका की घोर उदासीनता के बारे में अवगत कराते हुए डॉ. दुबे ने पत्र के माध्यम से कहा कि विगत दिनों प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत द्वारा शासन प्रशासन की उपस्थिति में गौरी सरोवर के किनारे शनि मन्दिर के आगे वनविहार के नाम पर वृहद पौधारोपण किया गया था, जिस पर लाखों रुपए खर्च किया गया था, लेकिन नपा की उदासीनता एवं लापरवाही के कारण शासन के लाखों रुपए का नुकसान हुआ, देख-रेख के अभाव एवं लापरवाही के कारण में सारे पेड़ सूख गए, उक्त गलत कार्य के लिए जो भी जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी हों उन पर कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि शहर में सुभाषचंद्र बोस तिराहे से लेकर इटावा रोड तक स्ट्रीट लाइट लगवाई गई हैं, लेकिन शहर की तमाम छोटी बड़ी कॉलोनियों, गलियों एवं बाईपास रोड पर अंधेरा पसरा हुआ है, जिसकी वजह से शहर अंधकारमय नजर आता है और इसकी वजह से दुर्घटनाएं एवं अपराध को बढ़ावा मिलता है, लोग अंधेरे में निकलने से भी कतराते हैं, अत: शहर की कालोनियों, गलियों एवं बाईपास रोड पर भी स्ट्रीट लाइट लगवाई जाएं।
डॉ. रमेश दुबे ने बयान जारी करते हुए कहा कि शहर की विकास कार्यों एवं सौंदर्यीकरण के बारे में भिण्ड विधायक से भी चर्चा एवं विचार विमर्श किया है, जिसको लेकर भिण्ड विधायक ने भी अपनी पूर्ण सहमति प्रदान की है एवं शहर के विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए मिल-जुलकर योजनाबद्ध तरीके से कार्यों को कराने के लिए सहमत हैं।