मोदी और शिवराज जिस स्कूल में पढ़े वह भी कांग्रेस की देन थी, फिर भी कहते हैं कांग्रेस ने किया ही क्या : कमलनाथ

भिण्ड, 23 फरवरी। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस सदर एवं नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने भिण्ड में जन आक्रोश सभा को संबोधित करते हुए विपक्ष और प्रशासन पर कई तंज कसते हुए कहा कि प्रशासन और भाजपा का जो भिण्ड की जनता के साथ जो अनैतिकता और सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, उसका जवाब भाजपा को यहीं की जनता 19 माह बाद देगी और प्रशासन द्वारा जो झूठे मुकद्दमे दर्ज किए जा रहे हैं, वह शासन और प्रशासन की औछी मानसिकता है। जन आक्रोश सभा में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, पूर्व मंत्री गोविन्द सिंह, विक्रांत भूरिया, पंकज उपाध्याय, बालेन्दु शुक्ल, देवाशीष जरारिया, अटेर के पूर्व विधायक हेमंत कटारे, पूर्व जिलाध्यक्ष जयश्रीराम बघेल जैसे कई दिग्गज नेता मंचासीन रहे।


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि क्या यही गुनाह और पाप किया है कि चंबल क्षेत्र में दो लाख 70 हजार किसानों का कर्ज माफ किया? हमने 15 महीनों में एक लाख गौशाला बनाईं, ताकि हमारी गाय माता परेशान न हो, क्या यही गुनाह किया? और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को आड़े हाथे लेते हुए कहा कि शिवराज सिंह मुझसे पूछते हैं कि कांग्रेस ने किया ही क्या है तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि शिवराज जिस स्कूल में तुम पढ़े हो, वह भी कांग्रेस की ही देन थी, भिण्ड में जनआक्रोश सभा में लगभग पांच से सात हजार लोगों का जनसैलाव शामिल हुआ और कमलनाथ के आने से जनता में खुशी की लहर भी देखने को मिली।

कलेक्टर ने की 1500 बच्चों के भविष्य की हत्या, अब आप पानी पूरी के ठेले का सम्मान भी खो चुके : कटारे

जन आक्रोश सभा को संबोधित करते हुए अटेर के पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने चार दिन पूर्व बोर्ड परीक्षा से वंचित रहे 1500 छात्र-छात्राओं की पीड़ा को बयां करते हुए कहा कि भाजपा और जिला प्रशासन ने बच्चों के भविष्य की हत्या की है, लेकिन कलेक्टर ने बीजेपी के दवाब में फरमान जारी किया और बच्चे डेढ़ घंटे पहले पहुंचे फिर भी बाहर कर दिया, पूर्व में मैंने कलेक्टर के खिलाफ एक वक्तव्य दिया था कि कलेक्टरी नहीं आती है तो पानी पूरी का ठेला लगा लें और आज मैं फिर कह रहा हूं, इस कृत्य के बाद आपने जो हरकत की है जो बच्चों के साथ अब आप पानी पूरी का ठेला लगाने का भी सम्मान खो चुके हैं। पूर्व विधायक कटारे ने शिक्षकों के साथ प्रशासन द्वारा किए गए व्यवहार पर उग्र होते हुए कहा कि अपने हमारे शिक्षकों को जो हमारी भारतीय संस्कृति में माता पिता से भी बड़ा दर्जा प्राप्त है, जिन्हें थाने में बंद करके बैठाने से उनकी छवि पर दाग लगाने का कार्य किया गया, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। याद रखिए जब कल हमारी सरकार बनेगी तब कमलनाथ जी से कहूंगा कि आपको भी थाने में दो घण्टे रखा जाए, तब आपको अपनी हैसियत पता चलेगी। पूर्व विधायक कटारे बिजली विभाग, नियम विरुद्ध हुए तबादलों, सहकारिता विभाग पर खूब तंज कसते हुए सभा को सत्यता से परिचित कराया।

कमलनाथ के बेहद करीबी पूर्व विधायक की नातिन जिपं सदस्या को मंच पर न जाने देने से आंखों से झलका दर्द

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की आमसभा में एक ओर मंच पर नेताओं के भाषण जारी थे, वहीं कांग्रेस नेताओं की मंच पर पहुंचने की होड़ भी लगी थी, लेकिन कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष, एक पूर्व मंत्री तक उनकी पहुंच न होने के कारण मंच तक पहुंचना संभव नहीं था, ऐसा इसलिए कहा जा सकता है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेहद करीबी पूर्व विधायक अटेर की नातिन जिला पंचायत सदस्या अंशू अरेले ने जब मुख्य मंच पर जाना चाहा तो वहां मौजूद सिक्योरिटी ने उन्हें रोक दिया। जिससे उनकी आंखें झलक आईं और अपनी आंखों से आंसुओं को न रोक सकीं, इस दृश्य को ध्यान से देख रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्वमंत्री सज्जन वर्मा ने तुरंत सिक्योरिटी को उन्हें मंच पर आने देने के लिए इशारा किया, तब उन्हें मंच पर जाने दिया गया, आंसू पोंछते हुए जिला पंचायत सदस्या मंच पर पहुंचीं।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष नहीं छिपा पाए पार्टी की गुटबाजी

जन आक्रोश सभा में भी जिले में चल रही कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी पर पर्दा डालने का कांग्रेस जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा का प्रयास विफल रहा है, क्योंकि कार्यक्रम स्थल पर मंच भी दो फाड़ होता दिखा, जिससे साबित हो गया कि कांग्रेस पार्टी आज भी भिण्ड में गुटबाजी का शिकार है। वहीं कार्यक्रम स्थल पर लगे बैनर पोस्टरों ने भी जाहिर कर ही दिया कि पार्टी में गुटबाजी आज भी जिंदा है।

एक लाख की भीड़ जुटाने का दावा, नहीं जुटा पाए दस हजार भी

पूर्व मुख्यमंत्री की सभा के लिए गत दिवस हुई प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री लहार विधायक डॉ. गोविन्द सिंह, पूर्वमंत्री राकेश चौधरी, शहर जिलाध्यक्ष डॉ. राधेश्याम शर्मा, जिला अध्यक्ष मानसिंह कुशवाह ने आज की सभा के लिए एक लाख की भीड़ जुटाने का दावा किया था और उसमें अटेर के पूर्व विधायक हेमंत कटारे को आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन इन सबने मिलकर दस हजार लोग भी नहीं जुटा पाए।

कार्यक्रम में वरिष्ठों का हुआ अपमान

कांग्रेस की जन आक्रोश सभा मे पूर्व मंत्री लहार विधायक समर्थकों का दबदबा रहा, जहां वरिष्ठों का जमकर अपमान हुआ, कई प्रदेश पदाधिकारी मंच पर नहीं पहुंच पाए। जिलाध्यक्ष कार्यक्रम को लेकर व मंच बनाने में बिफल साबित हुए, एक लाख की भीड़ जुटाने का दावा करने बाले जिलाध्यक्ष ने मंच बमुश्किल चार-पांच हजार लोगों के लिए बनाया, साथ ही मीडिया के बैठने का स्थान भी सुरक्षित चयनित नहीं कर सके।

जिलाध्यक्ष की मनमानी के चलते अभिभाषक संघ नहीं दे पाया ज्ञापन

जन आक्रोश रैली एवं आमसभा में कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष हिमांशु शर्मा एडवोकेट के साथ अधिवक्ताओं की समस्या हेतु एक डेलिगेशन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मंच पर मुलाकात कर ज्ञापन देने जाना पूर्व से तय था, जिसकी जानकारी कमलनाथ जी को भोपाल में दो दिन पूर्व ही दे दी गई थी। कमलनाथ जी द्वारा मिलने का बोला भी गया था। परंतु कांग्रेस अध्यक्ष मानसिंह द्वारा अंतिम समय में सभा के शुरु होने के बाद व्यक्ति विशेष के इशारे पर ज्ञापन नहीं देने दिया गया। जिससे अभिभाषक संघ में आक्रोश दिखाई दिया, कुछ अभिभाषकों का कहना था कि जिस तरह जिलाध्यक्ष की मनमानी और एक नेता विशेष के पिछलग्गू बन भेदभाव करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इन्हें नहीं मिला मंच

प्रदेश उपाध्यक्ष रामकिशोर भारद्वाज, प्रदेश महासचिव भागवानदास सैंथिया, प्रदेश कांग्रेस सचिव रामहरि शर्मा, प्रदेश सचिव रामशेष बघेल, ब्रजकिशोर शर्मा कल्लू।

ये प्रमुख लोग मंच पर रहे शामिल

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मंच पर पूर्वमंत्री सज्जन वर्मा, रामनिवास रावत, पूर्वमंत्री डॉ. गोविन्द सिंह, पीसी शर्मा, पूर्व विधायक हेमंत कटारे, विधायक मेवराम जाटव एवं रविन्द सिंह, युवा कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया, जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाह शामिल थे।