कलयुग में भागवत महापुराण की कथा को है विशेष महत्व : पं. कटारे

भिण्ड, 22 फरवरी। मेहगांव क्षेत्र के ग्राम बरहद राजौरिया थोक मौनी बाबा के पुराने मन्दिर पर चल रही श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में पंचम दिवस भागवताचार्य पं. रामअवतार कटारे ने राजा दशरथ के चारों पुत्रों के विवाह का वर्णन किया। वहीं लक्ष्मण और परशुराम के बीच हुए संवाद की कथा सुनाई।


भागवताचार्य पं. रामअवतार कटारे ने सत्य के ऊपर वर्णन करते हुए बताया कि किस प्रकार राजा हरिश्चन्द्र कई युगों से सत्यता का उदाहरण और पर्याय बने है। राजा हरिश्चन्द्र की सत्यता का वर्णन कई पुराणों, कथा, कहानियों में भी है। इसलिए मनुष्य को इन गुणों को कभी भी किसी भी परिस्थिति में नही छोडऩा चाहिए। मन्दिर के महंत शंकरदास महाराज ने कहा कि भागवत कथा सुनने से पुण्य लाभ मिलता हैं और भागवत कथा सुनने वाले का भी जीवन धन्य हो जाता है। आज की कथा में पूर्वमंत्री चौ. राकेश सिंह, जिला पंचायत सदस्य राहुल भदौरिया, बरहद सरपंच प्रेमनारायण शर्मा खच्चू पंडित पहुंचे। कथा को श्रवण करने ग्राम बरहद एवं आस-पास के कई गांव के लोग भारी संख्या में आ रहे है।