मंथन से जीवन में आध्यात्म का प्रभाव आता है : कनकेश्वरी

गोहद के खनेता धाम में हो रहा है श्रीराम कथा का वाचन

भिण्ड, 14 फरवरी। रामकथा मनुष्य के मन पर प्रभाव करती है, मनुष्य किसी भी समस्याओं फंसा हुआ हो, लेकिन वह रामकथा के पंडाल में घुसता है तो उसे शांति प्राप्ति होती है। यह उद्गार गोहद क्षेत्र के ग्राम खनेता स्थित संत विजयराम दास आश्रम परिसर में आयोजित श्रीराम कथा के दौरान कथा का महत्व बताते हुए कथा वाचक कनकेश्वरी देवी ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि रामकथा मनुष्य के मन पर प्रभाव करती हैं जबकि प्रत्यक्ष में देखा जाए तो मनुष्य रामकथा पंडाल में जैसा आता है वैसा ही वापस जाता है ना कुछ लेकर आता है ना कुछ लेकर जाता है। लेकिन रामकथा का प्रभाव मनुष्य के मन पर मोह माया की पकड़ को ढीली कर देता है, जिससे मनुष्य के मन में शांति की प्राप्ति होती है। कनकेश्वरी देवी ने कहा कि जैसे दूध के पात्र में कभी मट्ठा गिर जाता है तो वह दही बन जाता है और उसमें कई प्रतिक्रियाएं होती हैं। मट्ठा निकलता है, मक्खन निकलता है। इसी प्रकार मनुष्य के जीवन किसी संत महात्मा किसी विद्वान द्वारा ऐसी कोई बात मन पर प्रभाव करती है कि उसके जीवन की परिस्थितियां बदल जाती हैं। वह मनुष्य विचारों का मंथन करता है और उसके जीवन में अध्यात्म का प्रभाव आ जाता है। उन्होंने कहा कि जब गुरु कृपा होती हैं तो मनुष्य को ज्ञान का उदय होता है।


इस मौके पर दंदरौआ धाम के महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर रामदास महाराज, पूर्वमंत्री जयभान सिंह पवैया, राघवदास जी, भाजपा जिलाध्यक्ष नाथूराम सिंह गुर्जर, जलज त्रिपाठी, मोनू भंडारी, प्रदीप चौधरी, हरीओम शास्त्री सहित अनेक गणमान्य नागरिक एवं आमजन मौजूद रहे।