आजादी के अमृत महोत्सव के तहत गोद ग्राम कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 14 फरवरी। शा. एमजेएस महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-2 के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आरए शर्मा के निर्देशन में गोद ग्राम जवाहरपुरा में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत गोद ग्राम कार्यक्रम किया गया। जिसके अंतर्गत गाजर घास उन्मूलन जैविक खाद निर्माण एवं कीड़े मकोड़े तथा सांप आदि प्राणियों से बचाओ सुरक्षा आदि के बारे में ग्रामीणजन एवं बालक बालिकाओं को जागरुक किया गया।
इसके तहत डॉ. राजेन्द्र सिंह राठौर वनस्पति विभाग ने बताया कि गाजर घास एक विषैला पौधा है जो अमेरिका से आयातित गेहूं द्वारा भारत देश में आया तथा इसका फैलाव भारत देश में हो गया है, इसके उन्मूलन के लिए जड़ समेत उखाड़ कर उसे नष्ट करके किसी गड्ढे में दबा देना चाहिए। जब हम गाजर घास का उन्मूलन करते हैं तब हमें शरीर का विशेष ध्यान रखना चाहिए हाथों में दस्ताने अवश्य होने चाहिए। उन्होंने बताया कि आजकल रासायनिक उर्वरक का प्रयोग बहुत ज्यादा हो रहा है जिसके दुष्परिणाम आएंगे तथा अभी भी उसके दृष्टिगोचर हो रहे हैं। इसी के तहत हमें जैविक खेती की ओर ध्यान देना होगा तथा जैविक खाद के कई प्रकार के तरीकों का प्रयोग करना होगा जैसे गोबर खाद वर्मी कंपोस्ट आदि का प्रयोग करके हम स्वस्थ फसल तो ले ही सकते हैं तथा यह जनमानस के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
कार्यक्रम में उन्होंने ग्रामीण अंचल में खेती में जहां कच्चे घर बने हुए हैं उन में विभिन्न प्रकार के कीट मकोड़े सांप आदि आ जाते हैं तथा उनके काटने से असमय ही मृत्यु हो जाती है उसके बचाव के लिए भी उन्होंने स्वच्छता तथा उन्मूलन के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों के पास जाना आवश्यक बताया गांव में अधिकतर लोग पुरातन पंथी विचारधारा के कारण तांत्रिकों की मदद लेते हैं जो खतरनाक है, ऐसे लोगों को तुरंत ही डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए, सांप जहरीले होते हैं। इसकी भी हमें पहचान पता होनी चाहिए। हमें सांप के काटने के स्थान पर चीरा लगाकर और जहां पर काटा है उससे एक अंगूर ऊपर अंग विशेष को कसके भागवान देना चाहिए ताकि रक्त प्रवाह के माध्यम से जहर पूरे शरीर में नहीं फेले तुरंत ही नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर रोगी को शीघ्र से शीघ्र पहुंचाना चाहिए। इस अवसर पर अंकित सिंह भदौरिया, हेमंत कुमार, शिवम गजरोलिया, अभिषेक श्रीवास, सोमेश सिंह हरिओध आदि स्वयं सेवक उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन सौरव सिंह खण्डेलवाल ने किया।