72 सरकारी स्कूल भवन ऐसे जो 21 साल से अधूरे, ठेकेदारों ने सांठगांठ कर निकाल लिया भुगतान, होगी रिकवरी

कलेक्टर ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक लेकर अधूरे कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश

भिण्ड, 27 जून। जिले में पिछले 20 साल से अधूरे सरकारी स्कूल भवनों का कार्य पूरा करने की दिशा में जिला प्रशासन गंभीर नजर आ रहा है। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने शिक्षा विभाग की बैठक में अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि जिन ठेकेदारों ने आधा अधूरा कार्य करके निर्माण की राशि निकाल ली है, उन्हें नोटिस जारी कर रिकवरी की तैयारी की जाए। इस कदम से शासन की राशि हजम करने वाले कई निर्माणकर्ताओं की मुसीबत बढ़ सकती है। साथ ही वर्षों से अधूरे पड़े स्कूल भवन का कार्य पूरा कर छात्रों की बैठक व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी। निर्माण ठेकेदारों ने उक्त भवनों का कार्य अधूरा छोड़कर पूरा पैसा निकाल लिया है। किसी में खिड़की-दरबाजे नहीं लगे हैं तो अधिकांश भवनों को केवल चिनाई करके अधूरा छोड़ दिया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने निर्देश जारी किए हैं कि सरकारी निर्माणाधीन स्कूलों का कार्य समय पर पूरा कर जिम्मेरदार लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
बता दें कि जिले में पिछले 20 साल से 72 सरकारी स्कूल भवनों का कार्य अपूर्ण है। कलेक्टर ने समीक्षा करते हुए कहा कि जिन विद्यालयों में भवन निर्माण के अपूर्ण कार्य पड़े हुए हैं, उन्हें पूर्ण करने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएं। शिक्षा अधिकारी ने बताया कि हैंडओवर किए गए कई भवनों में दरबाजे, खिड़की नहीं लगे हुए हैं। जिस पर कलेक्टर ने विद्यालय भवन हैंडओवर लेने वाले अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं ठेकेदार की गलती है और भुगतान हो गया है उस ठेकेदार से वसूली की कार्रवाई की जाएगी। जहां विद्यालय भवनों में अतिक्रमण है वहां तहसीलदार और पुलिस का सहयोग लेकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

72 स्कूल भवन अधूरे, 20 का काम ही नहीं लगा

जिला शिक्षा अधिकारी हरभुवन सिंह तोमर ने बताया गया कि जिले में 72 स्कूल भवन का निर्माण कार्य सालों से अधूरा पड़ा है। जबकि 20 भवन ऐसे हैं, जिनका कार्य प्रांरभ में ही अधूरा छोड़ दिया गया। जिलाधीश ने इस मामले को लेकर निर्देश दिए हैं कि जिला शिक्षा के मामले में कौन-कौन क्षेत्रों में पिछड़ा है। उसका स्टेटर्स तैयार किया जाकर अवगत कराया जाए। जिससे उक्तन लोगों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई कर काम को प्रगति दी जाए।

72 में से 52 कार्य यथास्थिति पूर्ण करें

कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने कहा कि 72 में से 52 कार्य यथास्थिति हर हाल में पूरे किए जाएं। जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी तोमर ने बताया कि 20 कार्य पूरे नहीं किए जा सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि उनकी लिस्ट फोटोग्राफ्स सहित अगली बैठक में प्रस्तुत किए जाएं, ऐसी क्या वजह है कि 20 कार्य पूर्ण नहीं किए जा सकते हैं। अगली बैठक में पूरी तैयारी के साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित हों। मेरे द्वारा हर एक बिन्दु पर समीक्षा की जाएगी। अपूर्ण कार्यों का प्रस्ताव बनाकर कलेक्टर के हस्ताक्षर से डीओ लेटर भेजा जाए। शिक्षा के क्षेत्र में विशेषकर साइंस, मेथ में नवाचार का प्लान तैयार किया जाए। साथ ही जिला प्रशासन का इस कार्य में सहयोग लिया जाए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ जेके जैन, संयुक्त कलेक्टर एवं डीपीसी वरुण अवस्थी, जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर साहित आदि अधिकारी मौजूद थे।

इन स्कूलों का कार्य अधूरा

-अकलौनी में करोड़ों रुपए की लागत से बन रही हाईस्कूल बिल्डिंग का कार्य तीन साल से अधूरा।
-मेहगांव के हायर सेकेंड्री स्कूल की बिल्डिंग का काम एक साल से अधूरा है।
-कनावर के हाईस्कूल की बिल्डिंग का कार्य चार साल से चल रहा है जो पूरा नहीं हुआ।
-आलमपुर में सरकारी स्कूल भवन का कार्य पिछले पांच साल से पूरा नहीं किया है।

कार्य पूरा न करने वाले ठेकेदारों से करेंगे रिकवरी

समीक्षा बैठक के दौरान यह सुनिश्चित किया गया है कि जिन स्कूल भवनों का कार्य अधूरा है उन्हें पूर्ण किया जाए। राशि निकालकर कार्य छोडऩे वाले ठेेकेदारों को नोटिस जारी किया जा रहा है।

डॉ. सतीश कुमार एस, कलेक्टर, भिण्ड